छह कोड़े, एक संदेश: अन्नामलाई का स्टालिन सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध

तमिलनाडु:- भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने राज्य की मौजूदा सरकार और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म मामले को लेकर स्टालिन सरकार पर निशाना साधते हुए खुद को छह बार कोड़े मारे और यह घोषणा की कि जब तक द्रमुक (डीएमके) सरकार को सत्ता से बाहर नहीं किया जाता, तब तक वह जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे। इस दौरान अन्नामलाई ने अपने जूते उतारकर हाथों में ले लिए।
अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म मामला
अन्ना विश्वविद्यालय में 23 दिसंबर को हुई घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। कैंपस में एक इंजीनियरिंग छात्रा के साथ दो लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने 26 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मुख्य आरोपी ज्ञानशेखरन को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन दूसरे आरोपी की तलाश अभी जारी है।
ज्ञानशेखरन पर द्रमुक से जुड़े होने का आरोप
भाजपा नेता के. अन्नामलाई ने इस मामले में आरोप लगाया कि गिरफ्तार आरोपी ज्ञानशेखरन द्रमुक के सैदाई ईस्ट छात्र संगठन का डिप्टी ऑर्गनाइजर रहा है और आदतन अपराधी है। उन्होंने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और उनके बेटे, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन सहित द्रमुक के शीर्ष नेताओं के साथ ज्ञानशेखरन की तस्वीरें भी साझा कीं। अन्नामलाई ने इसे द्रमुक सरकार की विफलता बताते हुए मुख्यमंत्री से जवाब देने की मांग की।
अन्नामलाई का विरोध प्रदर्शन
के. अन्नामलाई ने कोयंबटूर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “तमिलनाडु के लोग इस स्थिति को कब तक बर्दाश्त करेंगे? जब तक मैं स्टालिन और उनकी सरकार को सत्ता से बाहर नहीं कर देता, मैं जूते-चप्पल नहीं पहनूंगा।” इस दौरान उन्होंने खुद को छह बार कोड़े मारकर विरोध प्रकट किया। उनके इस कदम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
द्रमुक का बचाव
तमिलनाडु के कानून मंत्री एस. रघुपति ने ज्ञानशेखरन के द्रमुक से जुड़े होने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “आरोपित व्यक्ति द्रमुक का प्राथमिक सदस्य भी नहीं है। भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।”
विपक्ष का आक्रामक रुख
अन्नाद्रमुक ने भी इस मुद्दे को लेकर स्टालिन सरकार पर हमला बोला है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहने का आरोप लगाया है।
भाजपा का सोशल मीडिया अभियान
के. अन्नामलाई ने इस मुद्दे पर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि ज्ञानशेखरन पहले भी कई अपराधों में शामिल रहा है और वह द्रमुक के सैदाई पूर्व छात्र संगठन का पदाधिकारी रह चुका है। भाजपा ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू कर दिया है।
तमिलनाडु में अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म मामला राज्य की राजनीति में भूचाल लेकर आया है। भाजपा और अन्नाद्रमुक ने इस घटना को लेकर स्टालिन सरकार पर तीखे हमले किए हैं। वहीं, द्रमुक सरकार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था बल्कि राजनीतिक गलियारों में नैतिकता और जवाबदेही का प्रश्न भी खड़ा करता है। जनता की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों को कब तक सजा दिलाई जाती है।
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