बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं की जेल में अब माफिया डॉन अशरफ का साला सद्दाम कैद रहेगा। बरेली सेंट्रल जेल से कड़ी सुरक्षा में सद्दाम को बदायूं लाया गया। यहां उसे फिलहाल अन्य बंदियों से अलग बैरक में रखा गया है। जेल प्रशासन का दावा है कि सद्दाम की लगातार निगरानी की जा रही है।
सद्दाम की गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ की टीम ने 28 सितंबर को की थी। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। उसने बताया था कि उसकी गर्लफ्रेंड बरेली की रहने वाली है। वो उसके साथ अभी दिल्ली में रह रही है। 28 सितंबर को प्रेमिका से दिल्ली के मॉल म्रें उससे मिलने जाना था। जहां दोनों को शॉपिंग करनी थी। उससे पहले ही पकड़ा गया। उमेशपाल हत्याकांड से पहले भी उसने बरेली सेंट्रल जेल में बंद अशरफ से शूटरों की मुलाकात कराई थी। चूंकि उसके खिलाफ बरेली में मुकदमे दर्ज थे। ऐसे में दिल्ली से एसटीएफ उसे सीधे बरेली ले आई और यहां उसे सेंट्रल जेल में रखा गया। हालांकि इस जेल में उसका होना शासनस्तर पर ठीक नहीं माना जा रहा था। ऐसे में शासन के निर्देश पर मंगलवार को सद्दाम को बदायूं जेल में शिफ्ट किया गया है।
सेंट्रल जेल में चलता था सिक्का
सद्दाम का बरेली सेंट्रल जेल में सिक्का चलता था। आलम यह था कि वह अपने बहनोई अशरफ से जब चाहें मिल सकता था। इतना ही नहीं उमेशपाल हत्याकांड की साजिश भी बरेली जेल में रची गई और शूटर्स को अशरफ से सद्दाम ने इसी जेल में मिलवाया था। ऐसे में अफसरों का उसका वहां रहना ठीक नहीं लग रहा था। बदायूं जेल अधीक्षक डॉ. विनय कुमार ने बताया कि सद्दाम जेल में पहुंच चुका है। उसका मेडिकल भी कराया गया है। फिलहाल वह स्वस्थ है। उसे अलग बैरक में रखकर निगरानी की जा रही है।
24 फरवरी को हुआ था हत्याकांड
24 फरवरी, 2023 को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या गोलियां और बम बरसा कर की गई थी। हत्या की साजिश का आरोप माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा। हालांकि बाद में पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ की प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ पहले बरेली सेंट्रल जेल में बंद थे। बाद में अतीक गुजरात को साबरमती जेल ट्रांसफर कर दिया गया था। बाद में वो प्रयागराज लाए गए और दोनों की हत्या कर दी गई।