नई दिल्ली। इंटरनेशन सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने शुक्रवार को कहा कि उसने भाजपा सांसद मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपए का मानहानि नोटिस भेजा है। मेनका का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें वे कह रही हैं कि इस्कॉन अपनी गोशाला की गायों को कसाइयों को बेचता है। भारत में इस समय सबसे बड़ा धोखेबाज इस्कॉन है।
भाजपा सांसद मेनका गांधी की टिप्पणी पर इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा है कि सांसद की टिप्पणी बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके बयान से दुनिया भर में हमारे भक्त आहत हैं। इस्कॉन उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये की मानहानि के मामले में कानूनी कार्रवाई करने जा रही है। राधारमण दास ने कहा कि हमने मेनका गांधी को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि एक सांसद, एक पूर्व केंद्रीय मंत्री, इतने बड़े समाज के खिलाफ बिना किसी सबूत के झूठ कैसे बोल सकती हैं?
घर में बैठकर दे रहीं बयान
राधाराम दास ने आगे कहा कि मेनका गांधी कह रही हैं कि वह हमारी अनंतपुर गौशाला में गई थीं। लेकिन वहां के भक्तों को इस बात की जानकारी ही नहीं है। हमने उनसे बात की, लेकिन उन्हें याद भी नहीं है कि वह कभी यहां आई थीं। उन्होंने आगे कहाकि अपने घर में बैठकर इस तरह का बेतुका बयान देना कि इस्कॉन अपनी गायों को कसाइयों को बेच रहा है, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हम उनके खिलाफ कड़ा से कड़ा कानूनी कदम उठाएंगे और मामले की तह तक जाएंगे।
इस्कॉन की गोशाला में एक भी बूढ़ी गाय नहीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका ने कहा था कि इस्कॉन ने गोशालाएं स्थापित कीं, जिन्हें चलाने के लिए उन्हें सरकार की तरफ से अनगिनत फायदे मिलते हैं। उन्हें बड़ी जमीनें मिलती हैं। इसके बावजूद जो गाय दूध नहीं देतीं, उन्हें वे कसाइयों के हवाले कर देते हैं। इनकी गोशालाओं में एक भी बछड़ा और एक भी सूखी (बूढ़ी) गाय नहीं है। उन्होंने कहा मैं आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में इस्कॉन की एक गोशाला में गई थी। गोशाला में एक भी गाय ऐसी नहीं मिली जो दूध न देती हो। न ही कोई बछड़ा मिला। इसका मतलब साफ है कि वो लोग (इस्कॉन) दूध न देने वाली गायों और बछड़ों को बेच देते हैं।
किसी ने भी कसाइयों को उतने मवेशी नहीं बेचे, जितने इस्कॉन ने बेचे
मेनका गांधी ने कहा कि इस्कॉन गायों को कसाइयों को बेच रहा है। कोई और ऐसा नहीं करता है जितना वे करते हैं। वे सड़कों पर ‘हरे राम हरे कृष्ण’ गाते हैं। फिर कहते हैं कि उनका पूरा जीवन दूध पर निर्भर है। शायद, किसी ने भी कसाइयों को उतने मवेशी नहीं बेचे हैं, जितने इस्कॉन ने बेचे। अगर यह लोग ऐसा कर सकते हैं तो और लोगों से क्या उम्मीद कर सकते हैं।
मेनका के आरोप झूठे
इस्कॉन ने मेनका गांधी के आरोपों का खंडन किया है। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने कहा- मेनका गांधी आंध्र प्रदेश के अनंतपुर की गोशाला के बारे में कह रही हैं, वहां 250 से ज्यादा ऐसी गायें हैं, जो दूध नहीं देतीं। वहां सैकड़ों बछड़े भी हैं। मेनका के आरोप झूठे और निराधार हैं। इस्कॉन न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में गाय-बैल की रक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है। हमारे यहां गायों और बैलों की जीवनभर सेवा की जाती है, न कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है, जैसा कि आरोप लगाया गया है। इस्कॉन ने सफाई में एक लेटर भी जारी किया।