सेना की जमीन की सौदेबाजी में बॉलीवुड एक्ट्रेस अलीशा खान की मां गिरफ्तार

गाजियाबाद। विजयनगर के मिर्जापुर इलाके में जालसाजी से सेना की 23 करोड़ की जमीन बेच दिए जाने के मामले में सिहानी गेट थाना पुलिस ने मंगलवार को बॉलीवुड अभिनेत्री अलीशा खान की मां परवीन बेगम को गिरफ्तार किया है। उसके खाते में 47 लाख रुपये का लेनदेन मिला है।

एसीपी नंदग्राम रितेश त्रिपाठी ने बताया कि उप निबंधक पंचम गाजियाबाद नवीन राय ने 28 जून को थाना सिहानी गेट में मजीद उर्फ समीर मलिक निवासी हबीब कॉलोनी जस्सीपुरा, ओमपाल निवासी प्रताप विहार व नीरज गर्ग निवासी राजनगर के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने मजीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मजीद से की गई पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मंगलवार को फिरदौस बिल्डिंग रमतेराम रोड निवासी परवीन बेगम को गिरफ्तार किया है।

डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल का कहना है कि फिरदौस बिल्डिंग रमते राम रोड की निवासी परवीन खान ने बताया है कि जालसाजी का मास्टरमाइंड अजयवीर है। उसने मजीद के साथ संयुक्त खाता खुलवाया। अर्थला, मोहननगर निवासी मजीद ने 17 अगस्त 2022 को सेना की रायफल रेंज की 18,710 वर्ग गज जमीन का जस्सीपुरा निवासी समीर मलिक के नाम 10.50 करोड़ रुपये में बैनामा किया। रकम का लेनदेन सिर्फ कागजों में हुआ।

इसके बाद बैनामा दिखाकर कई बिल्डरों से जमीन का सौदा किया। उनसे मिले 4.35 करोड़ संयुक्त खाते में जमा हुए। इस रकम में से 47 लाख उसके खाते में ट्रांसफर किए गए। यह उसका हिस्सा था, क्योंकि इस जालसाजी में उसकी भी भूमिका है। पुलिस पूछताछ में परवीन ने खुद को मुगल वंश के शासन के दौरान सेनापति रहे गाजीउद्दीन का वंशज बताते हुए कहा कि इस जमीन का पट्टा उनके पूर्वजों ने ही जारी किया था। उसने 2016 और 2019 में उप जिलाधिकारी के दफ्तर में प्रार्थना पत्र देकर पट्टे की जमीन को उसके नाम करने की गुहार लगाई थी। जमीन उसके नाम नहीं हो सकी तो उसने अजयवीर के साथ मिलकर इसे बिल्डरों को बेचने की साजिश रची। अजयवीर की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जमीन का बैनामा निरस्त किया जा चुका है।

साढ़े दस करोड़ में बेची थी 25 करोड़ कीमत की जमीन
एसीपी का कहना है कि विजय नगर थानाक्षेत्र के मिर्जापुर गांव में खसरा नंबर-529 की भूमि है। संबंधित भूमि पर वर्तमान में सघन आबादी बसी है। इस भूमि के पास सैन्य भूमि खाली पड़ी है। आरोपी मजीद ने खसरा नंबर-529 की 18 हजार 710 वर्ग मीटर भूमि लगभग 10.50 करोड़ रुपए में समीर मलिक को बेची थी। समीर के पक्ष में विगत 17 अगस्त 2022 में रजिस्ट्री की गई थी। बैनामे में भूमि को खाली दिखाया गया था। बैनामे के समय सैन्य भूमि का मानचित्र पेश किया गया था, जबकि खसरा नंबर-529 पर भूमि खाली नहीं है। इस प्रकार धोखाधड़ी कर सेना की 23 करोड़ रुपए से ज्यादा की भूमि को बेचा गया था। जिसमें ओमपाल और नीरज गर्ग गवाह बने थे।

मजीद और अजयवीर के संयुक्त खाते से रकम भेजी गई
पुलिस के मुताबिक खसरा नंबर-529 की जमीन बेचने पर मिली रकम को ट्रांसफर कराने के लिए मजीद और अजयवीर ने संयुक्त रूप से खाता खोला था। जमीन का बैनामा होने के बाद इस खाते में 4.35 करोड़ रुपए की रकम ट्रांसफर हुई थी। जिसमें से 47 लाख रुपये परवीन बेगम के खाते में ट्रांसफर की गई थी।

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