नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया है। मोदी अब देश के पहले ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने लगातार दस बार लाल किले पर तिरंगा फहराया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज था। वह पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 6 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद देश में सबसे ज्यादा बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने के मनमोहन सिंह के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है।मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक लगातार 10 बार लाल किल से तिरंगा फहराया है।
अब तक लाल किले से तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड
- पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अब तक लालकिले की प्राचीर से सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड बनाया है. जो अब तक टूटा नहीं है. जवाहर लाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 से 1964 तक लगातार 17 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया। नेहरू ने पहली बार लालकिले पर 15 अगस्त को नहीं बल्कि 16 अगस्त 1947 को तिरंगा फहराया था।
- इंदिरा गांधी को लाल किले पर 16 बार इसका सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जिसमें 1966 से 1977 के बीच उन्होंने 11 बार लगातार झंडा फहराया।
- इंदिरा गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नंबर है, जिन्होंने 10 बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया।
- अटल बिहारी वाजपेयी ने लगातार छह बार तिरंगा फहराया था।
- राजीव गांधी ने 5 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था।
- नरसिंह राव ने 5 बार लाल किले से झंडा फहराया।
- चौधरी चरण सिंह, वीपी सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, लाल बहादुर शास्त्री को ये सौभाग्य सिर्फ 1-1 बार और मोरारजी देसाई को 2 बार ही मिल पाया।
- सबसे दिलचस्प बात ये है कि गुलजारी लाल नंदा और चंद्रशेखर, ऐसे प्रधानमंत्री रहे जो प्रधानमंत्री तो बने लेकिन उन्हें एक बार भी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने का मौका नहीं मिला। इसमें गुलजारी लाल नंदा दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे।