गाजियाबाद में फर्जी आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार, लोगों से करता था ठगी

गाजियाबाद। खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर रौब झाड़ना कार सवार युवक को महंगा पड़ गया। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भोजपुर टोल के पास पुलिस ने चेकिंग के दौरान कार सवार युवक को गिरफ्तार कर लिया।

एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि रविवार रात को ट्रैफिक पुलिस दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भोजपुर टोल के पास वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी बीच मेरठ की ओर से एक कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने उसे रोक लिया। कार रुकते ही चालक ने पुलिसकर्मियों को हड़काना शुरू कर दिया। उसने अपने आप को उत्तराखंड कैडर का आईपीएस अधिकारी बताया। पुलिसकर्मियों को शक होने पर भेाजपुर थाने में सूचना दी गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए।

जब सख्ती की गई तो उसने सबकुछ उगल दिया। पूछताछ में उसने अपना नाम करमचंद पुत्र गोपाल सिंह निवासी पुष्कर कॉलोनी अमरोहा बताया। उसने बताया कि वह आयु सागर, अय्युब अहमद और आयु यादव के नाम से अपने दस्तावेज तैयार कर लोगों को ठगने का काम करता था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी लगाने का झांसा देता था। कई लोगों को आरोपी निशाना बना चुका है। पकड़े गए युवक ने कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे भी ले रखे हैं। पुलिस ने युवक के पास से गृह और विदेश मंत्रालय की फर्जी मुहर लगे छह नियुक्ति पत्र , कार, दो आधार कार्ड सहित कई दस्तावेज बरामद किए हैं।

ठगी के एक पीड़ित ने मामले की शिकायत अमरोहा में भी की थी। आरोपी रविवार को लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देने जा रहा था। इनमें सभी की नियुक्ति अलग-अलग विभाग में कराने के नाम पर रुपये ठगे गए थे। आरोपी के मोबाइल से उसके कई फोटो मिले हैं, जिसमें वह वर्दी पहने हुए है। आरोपी से पूछताछ चल रही है। जांच के दौरान अमरोहा जिले से जुड़े कई ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। इस बावत अमरोहा के पुलिस अधिकारियों को सूचित किया जा चुका हैं।

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