नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के भाषण के बाद एक नया विवाद पैदा हो गया। भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल पर महिला सांसदों को फ्लाइंग किस देने के गंभीर आरोप लगाए। राहुल के रिएक्शन पर कई महिला सांसदों की तरफ से लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत की गई है।
सदन में राहुल गांधी की शिकायत करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, “मुझे एक बात पर आपत्ति है। जिसे (राहुल गांधी) मुझसे पहले बोलने का मौका दिया गया, उसने जाने से पहले अभद्रता की। यह केवल एक महिला द्वेषी व्यक्ति (Misogynist Man) है जो महिला सदस्यों को बैठाने वाली संसद को फ्लाइंग किस दे सकता है। देश की संसद में ऐसा अमर्यादित आचरण पहले कभी नहीं देखा गया…”
स्पीकर से राहुल की शिकायत
वहीं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने राहुल गांधी के खिलाफ “अनुचित” व्यवहार के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई है। महिला सांसदों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी महिला सदस्यों को फ्लाइंग किस देकर राहुल गांधी चले गए। यह सरासर एक सदस्य का दुर्व्यवहार है। यह एक सदस्य का अनुचित एवं अशोभनीय व्यवहार है। वरिष्ठ सदस्य बता रहे हैं कि भारत की संसद के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ…यह कैसा व्यवहार है? वह किस तरह के नेता हैं? इसलिए हमने इसकी सीसीटीवी फुटेज लेने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की है। हमने यही मांग की है।
वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण के दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर तीखे हमले बोले। केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर राहुल गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया और कहा कि ”कांग्रेस का इतिहास खून से सना है” और विपक्ष को महिला सुरक्षा, गरीब कल्याण, नौजवानों के हितों एवं देश के विकास से कोई सरोकार नहीं है।
लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि राहुल गांधी ने भारत माता की हत्या की बात की और कांग्रेस के लोग यहां मेज थपथपा रहे थे, संसदीय इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच ईरानी ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार के समय हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार तथा आपातकाल के मुद्दे उठाए और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में राहुल गांधी के एक बयान के जवाब में कहा, ”मणिपुर खंडित नहीं है, यह भारत का अभिन्न हिस्सा है।” ईरानी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने न सिखों के साथ इंसाफ किया, न ही नौजवानों, किसानों के हितों की चिंता की और न ही महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान दिया। ईरानी ने कहा, ” ऐसे में जो देश के लोगों, महिलाओं, गरीबों और नौजवानों की बात कर रहा है उस पर देश फिर से विश्वास करेगा। 2024 में फिर से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।”