नई दिल्ली। इसरो ने चंद्रयान-3 द्वारा चांद की क्लिक की गई पहली तस्वीर को साझा किया है। चंद्रयान-3 ने चांद की खूबसूरत तस्वीर को क्लिक किया है। चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद चंद्रयान ने चंद्रमा की सतह की तस्वीर को भेजा है।
इसरो ने चंद्रयान 3 से ली गई चांद की तस्वीरों को रविवार को उसके ऑर्बिट बदलने से एक दो घंटे पहले ही जारी किया। चंद्रयान 3 ने रविवार देर रात चांद का चक्कर लगाते हुए कामयाबी से अपना ऑर्बिट बदला। सब कुछ पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ। इसरो ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अब चंद्रयान 3 चांद के और करीब है। अब वह चांद की उस कक्षा में है जो पृथ्वी के इस उपग्रह की सतह के सबसे नजदीक होने पर 170 किलोमीटर और सबसे दूर होने पर 4313 किलोमीटर की दूरी पर होगा। अब 9 अगस्त को देर रात 1 बजे से 2 बजे के बीच दूसरी प्रक्रिया होगी।
मैं चंद्रयान-3 हूं… मुझे चांद की ग्रैविटी महसूस हो रही है
मिशन की जानकारी देते हुए इसरो ने X पोस्ट में चंद्रयान के भेजे मैसेज को लिखा था, ‘मैं चंद्रयान-3 हूं… मुझे चांद की ग्रैविटी महसूस हो रही है।’ इसरो ने ये भी बताया था कि चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया है।’ 23 अगस्त को लैंडिंग से पहले चंद्रयान को कुल 4 बार अपनी ऑर्बिट कम करनी है। वो रविवार को एक बार ऑर्बिट कम कर चुका है। चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। 40 दिनों के सफर के बाद यह चांद पर पहुंचेगा। रविवार को उसके सफर का 23वां दिन है। वह कई जटिल प्रक्रियाओं के बाद 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर सॉफ्ट लैंडिंग कामयाब हुई तो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश होगा।
बता दें कि भारत दुनिया का चौथा देश है जिसने चांद की सतह पर अपना स्पेसक्राफ्ट लैंड कराने में सफलता हासिल की है। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस यह कर चुका है।
लैंड करने के बाद चंद्रयान-3 तकरीबन एक लूनर दिवस तक यहां रहेगा। एक लूनर दिवस धरती पर 14 दिन के बराबर होता है।