गाजियाबाद। मुरादनगर थाना क्षेत्र में गांव सुराना में तीन अगस्त को हिंडन नदी के पुल के नीचे मिले शव के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक युवती रागिनी के प्रॉपर्टी डीलर से संबंध थे। यह बात प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी को पसंद नहीं थी। इसलिए पत्नी ने ही अपने भाई के साथ मिलकर रागिनी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई, हत्या के बाद रागिनी के शव को हिंडन के किनारे फेंक दिया था। इस मामले में पिस्टल मुहैया कराने वाले युवक समेत दो लोग फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
डीसीपी ग्रामीण विवेक यादव ने बताया कि शव की पहचान रागिनी निवासी कृष्णा वाटिका, रघुनाथपुर, नोएडा के रूप में हुई थी। रागिनी प्रॉपर्टी डीलर बंटी निवासी अपना घर कॉलोनी, थाना कोतवाली हापुड़ के यहां नोएडा स्थित उसके कार्यालय में डेढ़ साल से नौकरी करती थी। रागिनी का प्रॉपर्टी डीलर से प्रेम-प्रसंग हो गया। वह उसकी पत्नी बनकर रहना चाहती थी। बंटी रागिनी की मौज-मस्ती का पूरा खर्च भी उठा रहा था। प्रॉपर्टी डीलर बंटी की पत्नी राखी को उसके पति के साथ अवैध संबंध के बारे में पता चला तो उसने दोनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। दो अगस्त की सुबह विवाद में बंटी ने राखी की पिटाई की तो राखी ने मुरादनगर के रावली कला में रह रहे भाई अमित के साथ मिलकर रागिनी की हत्या की साजिश रची।
डीसीपी ने घटनाक्रम के बारे में बताया कि अमित ने अपने दोस्त सुमित और रामू से पिस्टल ली। इसके बाद वह दो अगस्त की दोपहर जीजा बंटी की कार से करन और अंकुर को साथ लेकर रागिनी के घर के पास कृष्णा वाटिका, रघुनाथपुर, नोएडा पहुंचा। रागिनी को फोन करके कहा कि उसे जीजा ने जरूरी काम से बुलाया है। कार में बैठते ही उसका अपहरण कर लिया। कार को करन चला रहा था। रागिनी को मुरादनगर के सुराना लेकर पहुंचे। हिंडन नदी के पुल के नीचे अमित ने कार में ही रागिनी के सिर में गोली मारी। इसके बाद अंकुर ने छाती में गोली मारी। अमित ने फोन करके हत्या की जानकारी राखी को दी। राखी ने बंटी को बताया कि उसकी सौतन रास्ते से हट गई है। बंटी को लगा कि राज खुला तो वह भी फंस जाएगा। वह दूसरी कार से सुराना पहुंंचा और शव को हिंडन किनारे फेंकवा दिया। इसके बाद अमित और दोस्तों को घर ले गया।
जांच के दौरान पुलिस को एक आडियो मिला, जिसमें बंटी घटना के बारे में किसी से बात कर परिवार को बचाने की बात कर रहा था। पुलिस ने राखी, बंटी और अमित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा हट गया। पुलिस ने इन तीनों के साथ हापुड़ के नवीन मंडी के पास रहने वाले करन ओर अंकुर को गिरफ्तार किया हे। इस मामले में पिस्टल देने वाले आरोपित सुमित और रामू वांछित हैं, उनकी तलाश जारी है।
बंटी को हत्या के बाद साजिश का पता चला
डीसीपी ग्रामीण ने बताया कि बंटी रागिनी की हत्या और साजिश में शामिल नही था, उसको वारदात के अगले दिन इसकी जानकारी हुई। इसके बाद उसने साक्ष्य छिपाया और आरोपितों को छिपाने का काम किया। वह पुलिस से बचने के लिए पत्नी को लेकर भाग गया था।
सीसीटीवी से मिला सुराग
सुराना में हिंडन किनारे रागिनी का शव तीन अगस्त को मिला था। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। शव मिलने की जानकारी पर मोर्चरी पहुंचे। शव की शिनाख्त होने के बाद रागिनी की बहन मंजू शाह ने मुरादनगर थाने में बंटी, राखी और अमित के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने रागिनी के घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे। इनमें रागिनी कार में बैठती नजर आई। नंबर से पता चला कि कार बंटी की है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो राज खुल गया।