प्रेमिका ने कोबरा से कटवाकर करवाई प्रेमी की हत्या, सपेरे से भी बनाए शारीरिक सम्बन्ध

हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में बहुचर्चित व्यापारी अंकित चौहान हत्याकांड के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अंकित को सांप से कटवाकर मारा गया। यह नृशंस अपराध को अंजाम अंकित की प्रेमिका ने दिया था। पुलिस के मुताबिक पीछा छुड़ाने के उद्देश्य से अंकित की प्रेमिका ने यह खौफनाक कदम उठाया। इस मामले में पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक सपेरे को गिरफ्तार कर लिया है है। जबकि 4 लोग अभी भी फरार बताए जा रहे है।

हल्द्वानी के युवा व्यापारी अंकित चौहान (30) पुत्र स्व. धर्मपाल सिंह का रामपुर रोड पर पुरानी कार खरीदने-बेचने का शोरूम था। खानचंद मार्केट में ही उनका होटल था। वह एक नया होटल भी बना रहा था। अंकित 14 जुलाई को घर से निकला था और रात को नहीं लौटा। 15 जुलाई की सुबह तीन पानी रेलवे क्रॉसिंग के पास उसका शव उसकी कार की पिछली सीट पर मिला। कार के शीशे बंद और एसी चालू होने की वजह से पुलिस ने शुरुआत में माना कि कार्बन मोनो ऑक्साइड की वजह से दम घुटने से अंकित की मौत हुई होगी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस की इस थ्योरी को पलट दिया था।

सर्पदंश के निशान अंकित के दोनों पैरों में जूते के ठीक ऊपर थे। पुलिस और सर्पदंश के विशेषज्ञों का भी मानना था कि दोनों पैरों पर एक ही जगह निशान किसी साजिश की ओर इशारा कर रहे थे। इसके बाद एसएसपी ने चार टीम सीसीटीवी जांचने के लिए, चार मैनुअल टीम और एक सर्विलांस टीम बनाकर जांच कराई।

जांच में अंकित की कार करीब छह बजे एक युवती माही के घर जाते हुए दिखी। करीब 11 बजे कार वहां से निकली। इसके बाद कार भुजियाघाट और फिर वहां से गौलापार जाते हुए दिखाई दी। फिर तीनपानी रेलवे क्रासिंग के पास दिखाई दी और वहीं खड़ी कर दी गई। इसके बाद करीब एक बजे एक कार और आई। वह अंकित की कार के बगल में ढाई मिनट रुकी। इसके बाद कार चली गई। जब कॉल डिटेल निकाली गई तो पता चला कि माही अंकित, सपेरे और दीप कांडपाल से लगातार बात कर रही थी।

रविवार को सर्विलांस के आधार पर पुलिस को सपेरे की लोकेशन अदकटा भोजीपुरा में मिली। यह गांव सपेरों का है। यहां से पुलिस ने पता किया तो पता चला कि सपेरा रमेश नाथ हल्द्वानी गया है। पुलिस ने रमेश नाथ को हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पूरा घटनाक्रम खुल गया।

सांप के लिए सपेरे को दिए थे दस हजार रुपये
पूछताछ में पता चला कि माही की कुंडली में कालसर्प योग था। वह नाग की पूजा कराना चाहती थी। इसके लिए आठ महीने पहले किसी ने सपेरे को माही से मिलवाया था। उसके बाद से माही और सपेरे के बीच दोस्ती हो गई। पुलिस ने बताया कि सपेरे को माही गुरुजी कहकर बुलाती थी। उसने अंकित को मारने के लिए सपेरे से कोबरा उपलब्ध कराने के लिए कहा था। पुलिस का कहना है कि इसके एवज में उसने सपेरे से अंतरंग संबंध भी बनाए और 10 हजार रुपये भी दिए। तब वह सांप लाने के लिए तैयार हुआ।

अंकित और माही का था प्रेम प्रसंग
अंकित की माही से चार साल से दोस्ती थी। दोनों में प्रेम प्रसंग था। दो साल पहले हल्दूचौड़ नया बाजार निवासी दीप कांडपाल माही के जिंदगी में आया। दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया। माही अंकित की आदतों से परेशान हो गई थी। वह कई बार अंकित को छोड़ने की योजना बना चुकी थी। अंकित से कई बार मना कर भी चुकी थी लेकिन उसने उसके घर आना नहीं छोड़ा। वह कभी भी माही के घर आ जाता था। इससे माही तंग आ चुकी थी। उसने दीप कांडपाल के साथ अंकित को मारने की योजना बनाई। आठ जुलाई को अंकित का बर्थडे था। माही ने उस दिन अंकित को मारने का प्लान बना लिया। घर में केक मंगाया। प्लान के मुताबिक, अंकित को घर पर बुला लिया। अंकित को शराब में नींद की गोली खिलाकर बेहोश करने की योजना थी। उसके बाद उसे सांप से कटवाया जाना था और शव को कार समेत खाई में गिराना था।

आठ जुलाई को दो बजे सपेरा सांप लेकर माही के घर गोरापड़ाव पहुंच गया। माही और दीप कांडपाल ने सांप देखा तो उन्होंने कम जहरीला बताकर उस सांप से अंकित को मारने का प्लान कैंसल कर दिया क्योंकि माही कोई भी चूक नहीं करना चाहती थी। उसे डर था कि अगर कम जहरीले सांप से कटवाया और वह बच गया तो अंकित उनकी पोल खोल देगा। हालांकि उस दिन देर रात तक माही, अंकित, दीप, नौकर, सपेरा और नौकरानी डांस करते रहे ताकि ज्यादा शराब पीकर अंकित बेसुध हो जाए, लेकिन उसके बेसुध न होने पर रणनीति बदलनी पड़ी। उसके बाद माही ने सपेरे से जहरीला कोबरा लाने के लिए कहा।

हाथ-पैर पकड़े, पीठ पर चढ़कर सांप से डसवाया
पूछताछ में सपेरे रमेश नाथ ने बताया कि योजना के तहत शुक्रवार की रात करीब छह बजे माही ने अंकित को घर बुलाया। उसे नींद की गोली मिलाकर शराब पिलाई जिससे वह अर्द्धमूर्छित हो गया। उसके बाद उसे बेड पर उल्टा लिटाया गया। होश में आकर अंकित विरोध न करने लगे तो सांप से डसवाने से पहले एक ने उसके हाथ, दो ने उसके पैर पकड़े और चौथा अंकित की पीठ पर बैठ गया। उसके बाद सपेरे रमेश ने कोबरा से अंकित के एक पैर में डसवाया। 10 मिनट इंतजार किया। अंकित के शरीर में हलचल होती रही। इसके बाद दोबारा दूसे पैर पर डसवाया गया।

इंटरपोल की मदद से होगी घर वापसी
मुख्य आरोपित माही समेत चारों के नेपाल भागने की आशंका है। इसके लिए नैनीताल पुलिस इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी कर रही है। पुलिस के अनुसार चारों की अंतिम लोकेशन पीलीभीत के पास मिली। यहां से नेपाल भागने के कई रास्ते हैं। आशंका है कि सभी नेपाल भाग सकते हैं। ऊधम सिंह नगर, पिथौरागढ़ व चंपावत को अलर्ट किया गया है। माही के पकड़े जाने पर कई और राज खुलेंगे।

Exit mobile version