15 दिन में सरकार के पास वापस लौटे 2000 के 50 फीसद नोट

नई दिल्ली। देश में 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा के बाद से अभी तक सरकार के पास आधे नोट वापस लौट चुके हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को बताया कि 1.80 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकिंग प्रणाली के जरिए वापस आ चुके हैं। गवर्नर ने लोगों से अपील की है कि आखिरी समय पर जल्दबाजी और भागदौड़ से बचने के लिए पहले ही अपने नोट बैंक में जमा करवा दें।

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को बताया कि पिछले महीने 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा के बाद 2000 रुपये के आधे नोट वापस आ गए हैं। दास ने बताया कि जितने भी 2000 रुपये के नोट वापस आ रहे हैं, उनमें से 85 प्रतिशत बैंक जमा के रूप में वापस आए हैं। बाकी का विभिन्न बैंक शाखाओं में एक्सचेंज किया गया है।

उल्लेखनीय है कि इसी साल 31 मार्च को देश में कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे। उसमें से आधे नोट वापस आ गए हैं मतलब कि 9,050,000,000 नोट वापस आ गए हैं। मतलब कि घोषणा के बाद अब तक 2,000 रुपये मूल्य के करीब 1.8 लाख करोड़ रुपये के नोट वापस आए हैं और अभी तक इतने ही 2000 रुपये के नोट चलन में हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरबीआई 500 रुपये के नोटों को वापस लेने या 1000 रुपये के नोटों को फिर से पेश करने के बारे में नहीं सोच रहा है। उन्होंने जनता से इस पर अटकलें नहीं लगाने का अनुरोध किया। पिछले महीने आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट 30 सितंबर की समयसीमा तक बैंकिंग प्रणाली में वापस आ जाने की उम्मीद है।

बता दें 19 मई को, आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की अपनी योजना की घोषणा की थी। हालांकि, आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा था 2,000 रुपये के मूल्यवर्ग के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।

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