समीर वानखेड़े पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज, CBI ने की छापेमारी

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े और चार अन्य के खिलाफ एक क्रूज जहाज से प्रतिबंधित ड्रग्स जब्त किए जाने के मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को नहीं फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में एफआईआर दर्ज की।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद उनके परिसरों की तलाशी ली गई। उन्होंने कहा कि आर्यन खान को दो अक्टूबर, 2021 को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। एनसीबी ने इस मामले में आरोप पत्र दायर किया था और आर्यन खान को ‘क्लीन चिट’ दे दी थी। एनसीबी द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दावा किया था कि वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच में चूक हुई थी। उन्होंने कहा कि मुंबई, दिल्ली, रांची और कानपुर में 29 स्थानों पर तलाशी ली गई।

अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि आईआरएस अधिकारी वानखेड़े और अन्य ने आर्यन खान को मादक पदार्थ मामले में फंसाने के लिए 25 करोड़ रुपये की कथित तौर पर मांग की थी। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को जानकारी मिली कि अधिकारी और उनके साथी ने 50 लाख रुपये अग्रिम के तौर पर कथित तौर पर लिये थे। वानखेड़े आर्यन खान की गिरफ्तारी के समय मुंबई में एनसीबी के प्रमुख थे। उन्हें पिछले साल मई में चेन्नई में करदाता सेवा महानिदेशालय में स्थानांतरित कर दिया गया था।

हाल ही में एनसीबी द्वारा दर्ज ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले के पूर्व जांच अधिकारी, विश्व विजय सिंह को एजेंसी के दिल्ली क्षेत्र के तहत दर्ज एक मामले में एनसीबी द्वारा जांच के बाद सेवा से हटा दिया गया था। वीवी सिंह एनसीबी के मुंबई कार्यालय में अधीक्षक थे और मामले के जांच अधिकारी भी थे। आर्यन खान को क्लीन चिट के बाद, एंटी-ड्रग्स ब्यूरो ने उन्हें और एक अन्य अधिकारी को मुंबई क्षेत्र में एक और ड्रग जब्ती में भ्रष्टाचार के आरोपों पर निलंबित कर दिया। इस मामले में एक रिपोर्ट में सुझाव दिया गया था कि वीवी सिंह को सेवा से हटा दिया जाना चाहिए।

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