वाशिंगटन। अमेरिका के एनर्जी डिपार्टमेंट ने दावा किया है कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से लीक हुआ है। हालाँकि चीन के विदेश मंत्रालय ने इन दावों को खारिज कर किया है। चीन की प्रतिक्रिया के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि कोविड-19 वायरस के लीक होने को लेकर अभी कोई पक्का नतीजा नहीं निकाला गया है।
FBI निदेशक क्रिस्टोफर रे ने फॉक्स न्यूज को बताया कि उनकी एजेंसी ने काफी समय से यह आकलन किया है कि महामारी की उत्पत्ति वुहान में एक संभावित लैब में हुई घटना है। आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में ये आशंका जताई गई थी कि कोरोना चीन की लैब में तैयार किया गया वायरस हो सकता है।
सबूत मिटाने की कोशिशें कर रहा चीन
फॉक्स न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में क्रिस्टोफर रे ने ये दावा किया कि चीन कोरोना महामारी के स्रोत की पहचान करने के प्रयासों को विफल करने और बाधित करने की पूरी कोशिश कर रहा है और यह सभी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। आपको बता दें कि इससे पहले 2021 की एक रिपोर्ट में भी एफबीआई ने ये कहा था कि वुहान लैब में कोरोना की उत्पत्ति हुई है। हालांकि ये पहली बार है जब एफबीआई ने ये बताया है कि कोरोना का फैलाव कैसे हुआ। हालांकि एफबीआई निदेशक के इस दावे के बाद अमेरिका स्थिति चीनी राजदूत ने आपत्ति जताई और उनसे ‘अधिक ईमानदार’ होने का आह्वान किया।
वुहान लैब में दुर्घटना का परिणाम है कोरोना
इससे पहले सोमवार को अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट ने कोरोना वायरस से जुड़ी फाइनल रिपोर्ट पेश की। एनर्जी डिपार्टमेंट ने पहले कहा था कि वायरस के ओरिजन का पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन अब उसका मानना है कि वायरस के वुहान लैब से लीक होने की संभावना सबसे ज्यादा है। इस रिपोर्ट के बाद चीन ने अमेरिका पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। इसके बाद व्हाइट हाउस अपनी ही बात से पीछे हट गया था। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सरकार महामारी की उत्पत्ति पर एक निश्चित निष्कर्ष और आम सहमति पर नहीं पहुंची है।
चीन ने फटकारा तो अमेरिका ने मारी पलटी
किर्बी ने सोमवार को व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इंटेलिजेंस समुदाय और सरकार इसका जवाब ढूंढने में जुटी हुई है। अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका है इसलिए इस बारे में कहना मेरे लिए मुश्किल हैमुझे नहीं लगता कि मुझे इस बारे में कुछ कहना चाहिए। एनर्जी डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना था कि US बायोलॉजी लैब्स से उन्हें खुफिया जानकारी मिली है और इसी इनपुट के आधार पर फाइनल रिपोर्ट पेश की गई है। कुछ अधिकारियों का यह भी मानना है कि ये रिपोर्ट काफी कमजोर है। इसका निष्कर्ष किसी ठोस बुनियाद पर नहीं निकाला गया है। अमेरिका की कई एजेंसियां के बीच अब भी वायरस के ओरिजन को लेकर मतभेद हैं।