नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के मुद्दे पर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र में राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग को लेकर प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि कश्मीरी पंडितों की चिंताएं जल्द दूर करें।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि वह कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की चिंताओं को दूर करने के लिए उचित कदम उठाएं और सुरक्षा की गारंटी के बिना उन्हें कश्मीर घाटी में काम करने के लिए मजबूर नहीं किया जाए। राहुल गाँधी ने अपने पत्र लिखा, “अपनी सुरक्षा और परिवार की चिंताओं को लेकर गुहार लगा रहे कश्मीरी पंडितों को आज जब सरकार से हमदर्दी और अपनेपन की उम्मीद है, तब उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा जी द्वारा उनके लिए ‘भिखारी’ जैसे शब्दों का प्रयोग गैर-जिम्मेदाराना है। प्रधानमंत्री जी, शायद आप स्थानीय प्रशासन की इस असंवेदनशील शैली से परिचित न हों।”
कांग्रेस सांसद से पीएम मोदी को पत्र में लिखा, “मैंने कश्मीरी पंडित भाइयों-बहनों को भरोसा दिया है कि उनकी चिंताओं व मांगों को आप तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करूंगा। मुझे उम्मीद है कि यह सूचना मिलते ही आप इस बारे में उचित कदम उठाएंगे।”
घाटी में जाकर काम करने के लिए दबाव
पत्र में लिखा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू में कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की, तब उनकी पीड़ा और भय सामने आया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बताया कि सरकारी अधिकारी उन पर घाटी में जाकर काम करने के लिए दबाव डाल रहे हैं।
कर्मचारियों पर दबाव बनाना क्रूरता
राहुल गांधी ने लिखा है कि असुरक्षा के वातावरण में कर्मचारियों पर इस तरह का दबाव बनाना क्रूरता है। कर्मचारियों को सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था के बगैर कश्मीर घाटी में नहीं भेजा जाना चाहिए। अगर पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी जा सकती है तो इन कर्मचारियों को किसी अन्य स्थान पर तैनात किया जाना चाहिए। इससे कर्मचारी और उनके परिवार सुरक्षित और भयमुक्त होकर जीवन गुजार पाएंगे।