अमरावती नहीं, विशाखापत्तनम होगी आंध्र प्रदेश की राजधानी, सीएम जगन का एलान

जगन रेड्डी

विशाखापत्तनम। आंध्र प्रदेश की राजधानी में बदलाव हो गया है। अब विशाखापत्तनम को इस दक्षिण भारतीय राज्य की नई राजधानी के रूप में जाना जाएगा। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को यह ऐलान किया है।

सीएम रेड्डी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट वीडियो के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित करता हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रही है। मैं भी आने वाले कुछ महीनों में विशाखापत्तनम में शिफ्ट हो रहा हूं। हम 3 और 4 मार्च को यह शिखर सम्मेलन विशाखापत्तनम में आयोजित करने जा रहे हैं…।’

दरअसल 2014 में तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग किए जाते वक्त हैदराबाद को 10 साल के लिए दोनों राज्यों की साझा राजाधानी घोषित किया गया था। यह समयावधि पूरी होने के बाद में हैदराबाद को तेलंगाना को सौंपे जाने का निर्णय हुआ। ऐसे में आंध्र प्रदेश को 2024 से पहले ही राजधानी का एलान करना था। इससे पहले 23 अप्रैल 2015 को चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा सरकार ने अमरावती को आंध्र प्रदेश की अगली राजधानी घोषित किया था।

इसके बाद 2020 में जगन सरकार ने ही आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां होने की बात कही थी। इनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल का नाम सामने आया था। हालांकि, बाद में वाईएसआर कांग्रेस सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया था और अमरावती को ही राजधानी बनाने की बात कही थी।

अमरावती में जमीन घोटाला!
आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तेलुगू देशम पार्टी के नेता एन चंद्रबाबू नायडू पर कथित जमीन घोटाले के आरोप लगाए थे। इस मामले में भी अमरावती केंद्र रहा था। रेड्डी की पार्टी ने मामले में सीबीआई जांच की मांग भी की थी। हालांकि, नायडू लगातार इससे इनकार करते रहे।

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