मॉस्को। रूस ने एक बार फिर अपने दोस्त भारत के लिए ‘याराना’ निभाया है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत आर्थिक विकास के लिहाज से दुनिया के प्रमुख देशों में शामिल है। संभवत: नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास व्यापक पैमाने पर विभिन्न तरीके की समस्याओं को सुलझाने का अनुभव है। लावरोव ने कहा कि भारत दक्षिण एशिया में शंघाई सहयोग संगठन के अंदर विभिन्न तरह के ढांचे में शामिल है और वह संयुक्त राष्ट्र में भी सक्रिय भूमिका निभाता है। उन्होंने भारत के सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन किया।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के भीतर दक्षिण एशिया में एकीकरण संरचनाओं की एक श्रृंखला में सक्रिय भूमिका निभाता है। इससे पहले लावरोव ने इस साल सितंबर में 77वें संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के देशों को शामिल किया जाता है तो सुरक्षा परिषद अधिक लोकतांत्रिक होगी।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि भारत और ब्राजील को परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए शामिल किया जाना चाहिए। रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और ब्राजील जापान और जर्मनी के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल होने के लिए अपने आवेदनों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो बहुध्रुवीयता का संकेत है।