एनसीबी की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, ढंग से नहीं हुई आर्यन खान केस की जांच

मुंबई। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े क्रूज केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने 18 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट पेश की है। जांच में कई खामिया निकली हैं। इस मामले में सात-आठ अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है, इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

विजिलेंस टीम ने तीन महीने पहले अपनी रिपोर्ट एनसीबी (NCB) को सौंपी थी। यह जांच रिपोर्ट 3 हजार पन्नों की है। कुल 65 लोगों का बयान इसमें दर्ज किया गया। सभी बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है। विजिलेंस टीम ने पाया कि आर्यन केस में ‘सलेक्टिव ट्रीटमेंट’ दिया गया। आर्यन अपने बयान के दौरान बहुत ही फॉर्मल था।

एनसीबी की सतर्कता टीम ने जांच में विभाग के सात-आठ अधिकारियों के खिलाफ गंभीर सतर्कता चूक और अनियमितता पाई है। जांच के दौरान टीम ने 65 गवाहों से पूछताछ कर उनके बयान रिकॉर्ड किए हैं। इन सभी गवाहों के बयान को कैमरे पर रिकॉर्ड किया गया है। साथ ही विजिलेंस टीम ने जबरन वसूली की जांच करने के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी का बयान भी दर्ज किया है। हालांकि टीम को वसूली का कोई सबूत नहीं मिला है।

विजिलेंस विभाग के अधिकारी का कहना था, “इस केस की शुरुआत में हमने जो भी कहा, जो हमें यहां के अधिकारियों ने बताया था, लेकिन जांच के दौरान सच सामने आने लगा। आर्यन को निर्दोष कहने का फैसला बहुत ही साहसिक था, क्योंकि पहले हमारे ही विभाग ने आर्यन के खिलाफ सबूत होने की बात कही थी। हमें पता था की आर्यन को निर्दोष कहने पर हमारी आलोचना भी होगी लेकिन हम सच सामने लाने के लिए तैयार थे।”

गौरतलब है कि मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर एनसीबी ने 2 अक्तूबर 2021 में अचानक रेड कर दी थी। इस दौरान शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को भी गिरफ्तार किया गया था। कई दिनों तक जेल में रहने के बाद आर्यन को जमानत मिल सकी थी। हाल ही में गौरी खान ने भी इस मामले पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि जिस दौर से हम गुजर रहे हैं उससे बुरा कुछ भी नहीं हो सकता लेकिन एक परिवार के रूप में हम हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े हैं।

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