नागपुर। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा के साथ गिरफ्तार यूएपीए आरोपी पांडु नरोटे का स्वाइन फ्लू के गंभीर संक्रमण के कारण नागपुर में निधन हो गया। 2017 में, जीएन साईंबाबा को नक्सलियों से संबंधों के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दीपा ने कहा कि नागपुर केंद्रीय जेल के कैदी पांडु नरोटे को 20 अगस्त को तेज बुखार था और बाद में उसके स्वाइन फ्लू से पीड़ित होने का पता चला। उन्होंने कहा कि नरोटे की शाम करीब पांच बजे मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उसे यहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जीएन साईबाबा की पत्नी वसंत कुमारी ने जेल अधिकारियों पर नरोटे का ध्यान नहीं रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 33 वर्षीय नरोटे गंभीर रूप से बीमार थे पर उनका ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नरोटे के वकील की रिक्वेस्ट के बावजूद उनको आईसीयू वार्ड में नहीं भेजा गया।
वसंत कुमारी ने कहा कि पांडु अपनी गिरफ्तारी के समय एक स्वस्थ्य व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि 33 साल का एक स्वस्थ्य व्यक्ति इतनी जल्दी कैसे बीमार हो सकता है। वह एक स्वस्थ व्यक्ति थे।जब वह बीमार पड़े तो जेल अधिकारियों ने उनका ध्यान नहीं रखा और इस वजह से उनको इलाज मिलने में देरी हुई और उनकी मौत हो गई।