‘CM मिलते नहीं, रामलला के दर्शन से रोका’, एकनाथ शिंदे का उद्धव ठाकरे को खुला पत्र

मुंबई। शिवसेना के दोनों खेमों में जंग बढ़ती जा रही है। गुरुवार को विधायक एकनाथ शिंदे कैंप ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम पत्र लिखा है। इस लैटर में उन्होंने अपनी परेशानियों के बारे में बात की है। तीन पन्नों के इस पत्र में उन्होंने हाल ही में हुए चुनाव पर भी चर्चा की है।

शिवसेना नेता शिंदे कैंप की तरफ से मराठी में लिखे गए पत्र में सबसे बड़ा आरोप संपर्क से दूर रहने का लगाया है। उन्होंने लिखा, ‘आपके पास इकट्ठा हुए कथित चाणक्यों ने हमें राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की रणनीति से दूर रखा गया। नतीजा अब सबके सामने है। हमें कहा गया कि आप छठी मंजिल पर आप लोगों से मिल सकते हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ।’

पत्र में कहा गया, ” हम यह पत्र अपने विट्ठल हिंदू हृदय सम्राट शिव सेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को इसलिए लिख रहे हैं, क्योंकि कल सही मायने में वर्षा बंगले के दरवाजे जनता के लिए खोल दिए गए थे। बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई, पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर हमारे लिए ये दरवाजे बंद थे।”

अयोध्या जाने की अनुमति नहीं देने से नाराज
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचे थे। इस यात्रा को लेकर पत्र में कहा गया है, ‘हमें भी रामलला के दर्शन करने थे लेकिन ऐसा क्यों नहीं करने दिया गया।’ उन्होंने कहा, ‘अब हम सब न्याय और हक के लिए एकजुट हुए हैं। इसीलिए हमने उन्हें नेता मानते हुए यह फैसला लिया है। हिंदुत्व, अयोध्या और राम मंदिर शिवसेना के मुद्दे हैं लेकिन हमें रोक दिया गया। कई विधायकों को खुद उद्धव ठाकरे ने ही अयोध्या जाने से रोक दिया।’

साथ ही यह भी कहा गया है कि लगातार अनदेखी और भेदभाव के कारण एकनाथ शिंदे ने भलाई के लिए ये निर्णय लिया है। हमें विश्वास है कि उनके दरवाजे हमारे लिए हमेशा खुले रहेंगे। पार्टी विधायक ने कहा, ” कल आपने जो कुछ कहा, जो कुछ हुआ वह बहुत भावुक कर देने वाला था लेकिन हमारे बुनियादी सवाल कहीं नहीं मिलते। इसलिए मुझे अपनी भावनाओं को आप तक पहुंचाने के लिए यह भावनात्मक पत्र लिखना पड़ा।”

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