नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को देखते हुए राज्यों को चेतावनी जारी की है। केंद्र ने बताया है कि वेरिएंट स्वरूप डेल्टा की तुलना में तीन गुना अधिक संक्रामक है। ऐसे में इसे फैलने से रोकने के लिए राज्य वॉर रूम केंद्रों को सक्रिय करें। साथ ही जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रमों में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी।
इसमें कहा गया है कि जिला स्तर पर कोरोना से प्रभावित जनसंख्या, भौगोलिक प्रसार, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, श्रमशक्ति, कंटेन्मेंट जोन अधिसूचित करने, कंटेन्मेंट जोन की परिधि लागू करने आदि के संबंध में उभरते आंकड़ों की समय-समय पर समीक्षा होनी चाहिए। यह साक्ष्य जिला स्तर पर ही प्रभावी निर्णय लेने का आधार होना चाहिए।
भूषण ने पत्र में कहा इस तरह की रणनीति यह सुनिश्चित करती है कि संक्रमण राज्य के अन्य हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही नियंत्रित हो जाए। उन्होंने कहा कृपया वार रूम/ईओसी (आपातकालीन संचालन केंद्र) को सक्रिय करें और सभी स्थिति और वृद्धि का विश्लेषण करते रहें, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो और जिला/स्थानीय स्तर पर सक्रिय कार्रवाई करें।
ओमिक्रॉन के 200 से ज्यादा केस
देश में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़े है। केरल से जम्मू और कश्मीर तक अब तक 14 राज्यों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। अब तक देश में 200 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा मामले मुंबई में सामने आए हैं। दिल्ली में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 54 हो गई। यानी देश में हर चौथा संक्रमित दिल्ली में है।