चोरी की रकम में 50 लाख गायब करने वाला एसएचओ सस्पेंड, नोएडा में वकील के घर से हुई थी दो करोड़ की चोरी

नोएडा। नोएडा के एक वकील के घर से 2 करोड़ की चोरी के मामले में बहादुरगढ़ के लाइनपार थाना के एसएचओ अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों पर केस भी दर्ज किया गया है। कुछ और कर्मी भी शक के घेरे में हैं। मामला करीब 50 लाख रुपए के घपले से जुड़ा है। अधिकारी तफ्तीश में जुटे हैं।

नोएडा निवासी महिला वकील गीता के घर पर काम कर रहे उनके नौकर उमेश व गोलू ने बुधवार को दो करोड़ रुपये चोरी कर लिए। दोनों नौकर कई साल से वकील के यहां काम करते हैं, इनमें उमेश रसोइया है। रकम उड़ाने के बाद दोनों आधी रात को ओला कैब से बहादुरगढ़ के लाइन पार क्षेत्र में रह रहे उमेश के चाचा नेपाल निवासी राज कुमार के घर आ गए। चोरी की भारी भरकम रकम देखकर राजकुमार घबरा गया।

उधर, महिला वकील ने पहले से परिचित राजकुमार को फोन पर सूचना दी कि उमेश व गोलू उनके घर से दो करोड़ चुरा ले गए हैं। जब दोनों चोर सो रहे थे तब राजकुमार ने रात में ही 12:52 बजे पुलिस हेल्पलाइन नम्बर 112 पर सूचना दी। इसके बाद लाइनपार थाने के ड्यूटी ऑफिसर ने बैग में रखे पैसे को बरामद किया था। साथ ही चोरों को पकड़कर रुपये समेत थाने लेकर लाया गया था।

इस बीच नोएडा से महिला वकील भी अपने परिचितों के साथ लाइन पार थाना बहादुरगढ़ पहुंच गई। इसके बाद लाइन पार थाना पुलिस ने नकदी उनको दी, उसे लेकर नोएडा चले गए। नकदी तीन बैगों में भरी थी। वकील ने जब घर पहुंचकर गिनती की तो डेढ़ करोड़ रुपये ही मिले। उन्होंने राजकुमार और एक पुलिस अधिकारी को फोन करके यह बात बताई। इस पर एसपी वसीम अकरम ने डीएसपी पवन कुमार को तुरंत इस मामले की जांच करने के आदेश दिए। गुरुवार को एसपी खुद भी थाने पहुंचे।

बताया जाता है कि शातिर तरीके से आरोपी ड्यूटी ऑफिसर ने चोरी के 2 करोड़ में से 50 लाख गायब कर दिए थे। साथ ही बिना कोई कार्रवाई के ड्यूटी ऑफिसर ने दोनों चोरों को छोड़ दिया था। वहीं बिना कानूनी कार्यवाही के पीड़ित के रुपए भी लौटा दिए थे। इस लापरवाही और अनदेखी पर संज्ञान लेते हुए एसपी वसीम अकरम ने एसएचओ लाइनपार अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया। मामले में जेडीओ एसची राजेंद्र की अहम भूमिका मानी जा रही है। कुछ और भी शक के घेरे में हैं। एसपी ने कहा सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी, जल्द पैसों को रिकवर कर लिया जाएगा। केस प्रॉपर्टी के तहत चोरी की रकम की जांच होगी। पुलिस चोरी की बड़ी रकम के बारे में इनकम टैक्स विभाग को भी जानकारी देगी।

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