नशे, विश्वासघात व धर्मांतरण का दर्दनाक सच

गाजियाबाद:- एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां फराज अथर नाम के युवक ने एक युवती को नशे की लत में डालकर अपने वश में कर लिया। युवती नशे की इतनी आदी हो गई कि फराज जो भी कहता, वह करने के लिए मजबूर हो जाती।
युवती के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी को उन्होंने नमाज पढ़ते हुए देखा, जिसके बाद उसने खुलासा किया कि वह धर्म परिवर्तन कर चुकी है। फराज ने उसे ऑनलाइन माध्यम से नमाज और इस्लामिक रीति-रिवाज सिखाए। युवती ने परिवार के विरोध के बावजूद बुर्का पहनना शुरू कर दिया। उसके कमरे से कुरान, हदीस और एक डायरी मिली, जिसमें लिखा था कि उसने अपना धर्म बदल लिया है।
धोखे से शादी और संपत्ति की साजिश
युवती के पिता का कहना है कि फराज ने शादी का वादा किया और युवती से उसकी संपत्ति की मांग शुरू कर दी। जब संपत्ति नहीं मिली, तो उसने बातचीत बंद कर दी। पिता का आरोप है कि फराज का असली उद्देश्य संपत्ति हड़पना और फिर शादी किए बिना भाग जाना था।
परिवार भी बना सह-आरोपी
पुलिस जांच में पता चला कि फराज के परिवार को इस साजिश की जानकारी थी। उन्होंने न केवल धर्मांतरण में मदद की, बल्कि सगाई समारोह में भी हिस्सा लिया। डीसीपी ने कहा कि इस मामले में फराज के परिवार और ऑनलाइन प्रशिक्षण देने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होगी।
चैट्स से खुलासा: विश्वासघात का सिलसिला
युवती और फराज के बीच की चैटिंग से पता चला कि युवती रोज नशे की मांग करती थी और फराज की साजिश को समझने लगी थी।
“तुम धोखेबाज हो, मैंने तुम पर भरोसा किया,” युवती ने लिखा।
“सो जाओ, बाकी बातें सुबह,” फराज ने टाल दिया।
कानून का कड़ा प्रावधान
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण कानून के तहत उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इस कानून के मुताबिक, धर्म परिवर्तन के लिए 60 दिन पहले जिलाधिकारी को सूचना देना अनिवार्य है। फराज ने इस प्रक्रिया को नजरअंदाज कर युवती से निकाह करने की योजना बनाई, जो पूरी तरह गैर-कानूनी है।
समाज के लिए सबक
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि भावनाओं और विश्वास के साथ खेलना कितना खतरनाक हो सकता है। जरूरत है कि समाज ऐसी साजिशों के खिलाफ जागरूक और सतर्क रहे, ताकि किसी की भावनाओं और भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।
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