बिलासपुर। पबजी मोबाइल गेम की दीवानगी में एक युवक ने अपनी ही किडनैपिंग की कहानी रच डाली। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के 19 वर्षीय युवक ने अपने ही फोन से घर वालों को हाथ-पैर बंधी तस्वीर भेजी और उनसे फिरौती की मांग की। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो कहानी खुल कर सामने आई, जिसके बाद युवक को एक होटल के कमरे से पकड़ा गया।
शंकरघाट सोनपुर कला निवासी वंश उर्फ वासु विश्वकर्मा (19 साल) बीते 10 दिसंबर की सुबह 9 बजे घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। दूसरे दिन घर वालों के मोबाइल पर एक वीडियो आया जिसमे उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। परिजन से युवक के बदले 4 लाख रुपए की मांग वीडियो में की जा रही थी। जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शिकायत पहुंचते ही पुलिस ने सभी जांच टीमों को सक्रिय कर दिया।
वासु विश्वकर्मा ने बेहद ही शातिर ढंग से अपनी ही किडनैपिंग की कहानी रची थी। पहले वह एक होटल के कमरे में छिप गया। आवाज बदलकर घर पर फोन किया कि आपके लड़के का अपहरण हो गया है, लड़का जिंदा चाहिए तो चार लाख रुपये दो। मगर उसने एक गलती कर ली। उसने अपने घर वालों को खुद के फोन से ही कॉल किया और कॉल कर 4 लाख रुपये की मांग की थी।
पुलिस ने युवक का फोन ट्रेस किया और लोकेशन बिलासपुर के सिविल लाइन इलाके में मिली। इसके बाद पुलिस ने सिविल लाइन इलाके के एक होटल में दबिश दी। यहां एक कमरे में वंश बड़े ठाठ-बाट से आराम फरमा रहा था और घरवालों को धमकी भरे फोन कॉल कर रहा था। वंश घर से 15 हजार रुपए लेकर भागा था, इन्हीं रुपयों से होटल में ऐश कर रहा था।
सरगुजा जिल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि पूछताछ के दौरान युवक ने कबूल किया कि वह पबजी खेलता था। चार लाख की फिरौती भी उसने पबजी के लिए ही मांगी थी, वह चार लाख रुपये लगाकर 1 करोड़ रुपये कमाने का सपना देख रहा था। युवक घर से 14 हजार रुपए लेकर भागा था इन्ही रुपयों की मदद से होटल में रह रहा था। उसने अपनी ही बाइक भी बेंचे जाने की बात भी कबूल की। पुलिस अब युवक पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने के खिलाफ कार्रवाई करेगी।