सीडीएस रावत, अन्य सैन्यकर्मियों के दुर्घटना बीमा क्लेम का रिकॉर्ड 30 मिनट में हुआ निपटारा

नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दो साधारण बीमा कंपनियों ने हेलीकॉप्टर हादसे में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी के अलावा 11 सैन्यकर्मियों की मौत से जुड़े दुर्घटना क्लेम का निपटारा त्वरित गति से कर दिया है।

गत आठ दिसंबर को तमिलनाडु में कन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्‍‌नी मधूलिका, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर के अलावा दस अन्य रक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। इस हादसे के शिकार अधिकतर सैन्य अधिकारियों से जुड़े समूह व्यक्तिगत दुर्घटना (जीपीए) बीमा दावों का त्वरित निपटारा कर दिया गया है।

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस ने जनरल रावत और सात अन्य रक्षाकर्मियों के व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा दावों का निपटारा रिकॉर्ड 30 मिनट में ही कर दिया। इसी तरह न्यू इंडिया एश्योरेंस ने ब्रिगेडियर लिड्डर से संबंधित बीमा राशि का भुगतान एक घंटे के भीतर ही कर दिया। सेना के सभी अधिकारियों एवं जवानों को अपने सैलरी खाते के साथ जीपीए बीमा कवर मिलता है।

यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक सत्यजीत त्रिपाठी ने बताया कि 10 दिसंबर को बैंक से जानकारी मिलते ही न्यूनतम कागजी कार्यवाही के साथ ही भुगतान कर दिया गया। रावत समेत आठ अफसरों का बीमा एसबीआई जीपीए पॉलिसी के तहत था। पीएनबी की पॉलिसी वाले दो अन्य अफसरों के दावों का भी भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा। त्रिपाठी ने बताया कि सैन्य अधिकारियों को 30 लाख का बीमा दिया जाता है, जबकि वायु सेना के मामले में यह बीमा 40 लाख रुपये का है।

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