गाजियाबाद। पुलिस ने बीमा की रकम दिलाने के बहाने करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले पति-पत्नी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 22 लाख रुपये की कार, 97 हजार रुपये समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। आरोपितों ने इंदिरापुरम में रहने वाले एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर से 87 लाख रुपये की ठगी की थी।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज है। पुलिस काफी समय से उन्हें तलाश रही थी। जिस नंबर से ठग लोगों को कॉल कर फंसाते थे, वह नंबर मंगलवार शाम इंदिरापुरम में सक्रिय मिला। लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को इंदिरापुरम के कनावनी से दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह यहां शराब पीने और मौजमस्ती करने आए थे।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान धीरज तंवर और उसकी पत्नी हूमा खान निवासी पाम वैली सोसायटी बिसरख गौतमबुद्ध नगर और अक्षय निवासी बाबरपुर शाहदरा दिल्ली के रूप में हुई है। हूमा और अक्षय दोनों नोएडा की एक बीमा कंपनी के काल सेंटर में नौकरी करते थे। तीनों ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली के लक्ष्मी नगर में एक फर्जी काल सेंटर खोल रखा था। हूमा और अक्षय काल सेंटर से बीमा करवा चुके लोगों का डाटा चोरी कर ले आते थे। इसके बाद उन्हें काल कर ठगी का शिकार बनाया जाता था।
ऐसे लोग जिन्होंने बीमा करवा रखी है, लेकिन किसी कारणवश पूरी किश्त नहीं जमा कर सके हैं या बीमा पूरा होने वाला होता है, इन लोगों को काल कर बीमा की पूरी रकम या ज्यादा पैसा दिलाने का झांसा देते थे। इसके बाद लोगों से फाइल चार्ज, ऊपर के अधिकारियों को सुविधा शुल्क देने आदि के नाम पर लोगों से विभिन्न खातों में पैसा डलवा लेते थे। ठगी का रुपया सभी छह लोगों के बीच हिस्सा बंटता था, जिसमें हूमा को 30 फीसदी कमीशन मिलता था।
इसी तरह इंदिरापुरम में रहने वाले एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर से भी ठगों ने 87 लाख रुपये की ठगी की थी। प्रोफेसर ने तीन साल तक बीमा की किश्त जमा की थी। पीड़ित ने इंदिरापुरम थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि ठगों के पास से 12 खाते मिले हैं। एक खाते में तीन करोड़ की ट्रांजेक्शन मिली है। यह पॉलिसी और होल्डर पर निर्भर करता था कि उसको किस प्रकार जाल में फंसाकर कितना पैसा ठगा जाए। नोएडा की उस निजी बीमा कंपनी की भी जांच की जा रही है, जहां आरोपी काम करते थे।
आरोपियों के पास से 23 लाख की कार, चार मोबाइल, 125 डाटा पेपरशीट, 17 चेक और 97 हजार रुपये बरामद हुए हैं। तीनों ने ठगी के रुपयों से दिल्ली में फ्लैट और 10 दिन पहले ही लग्जरी गाड़ी खरीदी थी।
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