GDA,उत्‍तर प्रदेश की पहली आवासीय लैंडपूलिंग योजना दिल्‍ली बार्डर पर जल्‍द आएगी

पढ़िये न्यूज़18 की ये खास खबर….

Ghaziabad Development Authority दिल्‍ली बार्डर पर इंदिरापुरम विस्‍तार नाम से लैंडपूलिंग योजना लाएगा. इसके लिए शासन से मंजूरी मिल गई है, फिजिकल सर्वे का काम भी शुरू हो चुका है.

गाजियाबाद. उत्‍तर प्रदेश की पहली आवासीय लैंडपूलिंग योजना दिल्‍ली बार्डर से सटी कॉलोनी इंदिरापुरम में आएगी. शासन स्‍तर पर इसकी मंजूरी मिल गई है. अब गाजियाबाद विकास प्रधिकरण (Ghaziabad Development Authority-GDA) जीडीए ने इस योजना को विकसित करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. जीडीए को इस योजना से काफी उम्‍मीदें हैं, क्‍योंकि यह योजना दिल्‍ली के करीब है. साथ ही, एनएच 9 के चौड़ीकरण से बाद दिल्‍ली आना-जाना आसान हो गया है. इस योजना से जीडीए के राजस्‍व में बढ़ोत्‍तरी की पूरी संभावना है.

लैंडपूलिंग योजना के तहत विकसित होने वाली इंदिरापुरम विस्‍तार योजना केवल 40 एकड़ में होगी. इसके लिए शासन ने प्‍लानिंग विभाग को स्‍वीकृति प्रदान कर दी है. इस योजना के लिए सेटेलाइट सर्वे पहले ही कराया जा चुका है. शासन से मंजूरी मिलने के बाद जीडीए इसका फिजिकल सर्वे करा रहा है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद ले आउट तैयार कराया जाएगा, जिसके बाद योजना पर ग्राउंड लेवल पर काम शुरू हो जाएगा. जीडीए अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष अंत तक योजना पर डेवलपमेंट का काम शुरू हो जाएगा.

जीडीए ने करीब छह साल पहले इंदिरापुरम विस्‍तार नाम से योजना पर काम शुरू किया था. उस समय इस योजना के तहत 365 एकड़ जमीन को लाने की तैयारी थी. लेकिन लेकिन कई किसान अदालत चले गए. दरअसल जीडीए के पास इतना पैसा नहीं है कि नए भू अधिग्रहण कानून के तहत किसानों को मुआवजा दे सके. इसलिए जीडीए ने हाथ पीछे खींच लिए.

अब यहां पर केवल 90 एकड़ जमीन बची है, जिसमें से 30 एकड़ जमीन योजना से बाहर की जा रही है. जल्‍द ही इसका ड‍िनोटिफिकेशन किया जा रहा है. इसके बाद केवल 60 एकड़ जमीन बचेगी, इसमें से 20 एकड़ जमीन जीडीए अलग से लेना चाह रहा है. इस तरह केवल 40 एकड़ में लैंडपूलिंग योजना विकसित की जाएगी.

आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स मेंलिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें। हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Exit mobile version