आंबेडकर जयंती पर सीएम योगी ने अर्पित की श्रद्धांजलि, कहा – “बाबा साहब लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला थे”

लखनऊ, 14 अप्रैल – देश के संविधान निर्माता और समाज सुधारक डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राज्य सरकार के कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने बाबा साहब की स्मृति को नमन करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भावपूर्ण शब्दों में लिखा –
“सर्वसमावेशी, सर्वहितकारी, उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से ओतप्रोत, ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ की भावना को जीवन्त करने वाले भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन!”
उन्होंने आगे कहा –
“बाबा साहब सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ थे। वे एक ऐसे विचारक थे, जिन्होंने समता, स्वतंत्रता और न्याय आधारित समाज की नींव रखी। उनका जीवन संघर्ष, पीड़ा और परिवर्तन की मिसाल है, जो आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।”
प्रदेश भर में मनाई जा रही जयंती
आंबेडकर जयंती के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों और सरकारी कार्यालयों में गोष्ठियां, सेमिनार, रैलियां और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बाबा साहब के विचारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
संविधान निर्माण से लेकर सामाजिक न्याय तक, बाबा साहब का योगदान अतुलनीय
डॉ. आंबेडकर का जीवन केवल एक व्यक्ति की यात्रा नहीं, बल्कि करोड़ों वंचितों की उम्मीदों का प्रतिरूप था। उन्होंने समाज में व्याप्त असमानता और भेदभाव के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया और संविधान के माध्यम से सभी को समान अधिकार दिलाने की नींव रखी। उनका सपना एक ऐसा भारत था, जहाँ हर व्यक्ति को उसकी जाति, धर्म या वर्ग से परे जाकर सम्मान और अवसर मिले।
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