उत्तर प्रदेश प्रशासनिक फेरबदल: नौ आईएएस अधिकारियों के तबादले, प्रभु एन सिंह प्रतीक्षारत सूची में

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार देर रात एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए नौ आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इस फेरबदल में कई महत्वपूर्ण विभागों के शीर्ष पदों पर बदलाव किए गए हैं। गन्ना आयुक्त पीएन सिंह को उनके पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया है, जबकि चर्चित अधिकारी बी. चन्द्रकला को पंचायती राज विभाग के सचिव पद से मुक्त कर दिया गया है।
प्रमुख बदलावों पर एक नज़र:
नाम
वर्तमान तैनाती
नवीन तैनाती
समीर वर्मा
सचिव, समाज कल्याण विभाग
महानिरीक्षक, निबंधन
भूपेन्द्र एस चौधरी
सचिव, लोक निर्माण विभाग
आयुक्त, खाद्य व रसद
डॉ. हीरा लाल
स्टेट नोडल अधिकारी, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
आयुक्त व निबंधक, सहकारी समितियां
नवीन कुमार जीएस
सचिव, सिंचाई विभाग
स्टेट नोडल अधिकारी, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (अतिरिक्त प्रभार)
प्रमोद कुमार उपाध्याय
सचिव, भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा)
आयुक्त, गन्ना
प्रभु एन सिंह
आयुक्त, गन्ना
प्रतीक्षारत
वैभव श्रीवास्तव
सचिव, गृह विभाग
प्रबंध निदेशक, पीसीडीएफ
बी. चन्द्रकला
सचिव, महिला कल्याण व पंचायती राज विभाग
सचिव, महिला कल्याण विभाग
अमित कुमार सिंह
विशेष सचिव, नगर विकास विभाग व संयुक्त प्रबंध निदेशक, जन निगम (नगरीय)
निदेशक, पंचायती राज
प्रशासनिक संकेत और राजनीतिक पृष्ठभूमि
इस फेरबदल को प्रशासनिक सुचारुता और विभागीय कार्यकुशलता को और बेहतर करने की दृष्टि से देखा जा रहा है। पीएन सिंह का गन्ना आयुक्त पद से हटाया जाना और प्रतीक्षारत सूची में शामिल किया जाना एक बड़ा संकेत है कि सरकार गन्ना विभाग में तेजी से बदलाव चाहती है।
वहीं बी. चन्द्रकला, जो पूर्व में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं और मीडिया की सुर्खियों में भी रही हैं, अब सिर्फ महिला कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगी। अमित कुमार सिंह को पंचायती राज का निदेशक बनाना बताता है कि ग्रामीण विकास पर सरकार का फोकस गहरा हो रहा है।
नवीन जिम्मेदारियों से क्या बदलेगा?
सरकार द्वारा किए गए इस प्रशासनिक फेरबदल को एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जिससे विभागीय दक्षता और जवाबदेही बढ़ाने की कोशिश की गई है। देखना होगा कि ये बदलाव जमीनी स्तर पर क्या प्रभाव लाते हैं और जनता को इसका कितना लाभ मिल पाता है।
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