दिल्ली की गाजीपुर मुर्गा मंडी में नहीं है बर्ड फ्लू का असर, सभी 100 नमूने पाए गए निगेटिव

राजधानी दिल्ली में स्थित एशिया की सबसे बड़ी गाजीपुर मुर्गा मंडी से लिए गए सभी 100 नमूनों में बर्ड फ्लू नहीं होने की पुष्टि हुई है। दिल्ली में कौवों और बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के तीन दिन बाद ये परिणाम आए हैं। कौवों और बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद दिल्ली सरकार ने सोमवार को शहर के बाहर से लाए जाने वाले प्रोसेस्ड एवं पैकेटबंद चिकन की बिक्री पर रोक लगा दी थी।

दिल्ली सरकार ने एहतियात के तौर पर 10 दिन के लिए पोल्ट्री बाजार भी बंद कर दिया था। पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि बुधवार को 104 नमूनों के परिणाम आए। इनमें 100 नमूने गाजीपुर मंडी में 35 पोल्ट्री पक्षियों के थे। सभी नमूनों के संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली में अभी पोल्ट्री पक्षियों में एवियन इंफ्लूएंजा नहीं फैला है।

राकेश सिंह ने बताया कि इसके अलावा, बगुलों के चार नमूने हस्तसाल पार्क से लिए गए थे और इनमें संक्रमण की पुष्टि होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि ये नमूने जांच के लिए जालंधर स्थित प्रयोगशाला से भोपाल भेजे गए हैं।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में बर्ड फ्लू की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने दुकानों और रेस्तरां के पोल्ट्री या प्रोसेस्ड चिकन बेचने तथा रखने पर बुधवार को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी।

अधिकारियों ने पहले कहा था कि कि मयूर विहार फेज-3, संजय झील और द्वारका सेक्टर नौ से लिए गए 10 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। संजय झील में सोमवार को बत्तखों को मारा गया, जहां कई बत्तखें मृत पाई गई थीं।

गौरतलब है कि दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने शहर में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर बुधवार को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से नहीं घबराने और आधा पका चिकन, आधा उबला या आधा तला हुआ अंडा नहीं खाने जैसे दिशानिर्देशों के पालन की अपील की गई है।

पिछले एक सप्ताह में संजय झील में कई बत्तख और शहर के विभिन्न पार्कों में बड़ी संख्या में कौवे मृत पाए गए हैं। राजस्व विभाग ने शहर की सीमाओं पर वॉलंटियर्स की टीमों को तैनात किया है ताकि अवैध रूप से बाहर से लाए जा रहे पशुओं व डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड चिकन पर रोक लगाई जा सके।

दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) द्वारा बुधवार को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि H5N8 पक्षियों के लिए अत्यधिक संक्रामक होता है, लेकिन मनुष्यों में इसके प्रभाव के साथ-साथ एवियन इन्फ्लूएंजा (AH5N8) वायरस के संक्रमण की आशंका कम होती है।

स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से एहतियात बरतने और नहीं घबराने की अपील की है। उसमें कहा गया है कि बीमार दिखने वाले व संक्रमित चिकन के संपर्क में आने से बचें। पक्षी के मल के सीधे संपर्क में आने से बचें। पक्षियों को खिलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कटोरे और उनके पिंजरों को साबुन या डिटर्जेंट से अच्छी तरह से धोएं।साभार-हिन्दुस्तान न्यूज़

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