भाजपा के प्रवक्ता राम कदम ने पत्र में लिखा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बॉलीवुड और ड्रग माफिया की साठगांठ को उजागर कर दिया है। इस मामले में कम से कम बीस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि कई प्रमुख फिल्मी हस्तियों से एनसीबी पूछताछ कर चुकी है।
मुंबई, प्रेट्र। भारतीय जनता पार्टी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई पुलिस से पूछा कि उसने अपनी जांच के दौरान ड्रग्स के एंगल को नजरअंदाज क्यों किया था। क्या ऐसा कुछ ताकतवर लोगों के हितों को साधने के लिए जानबूझकर किया गया था? भाजपा के प्रवक्ता राम कदम ने महा विकास अघाड़ी सरकार पर यह आरोप मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को लिखे पत्र में लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को कहा कि वह बॉलीवुड के नशीली दवाओं के रैकेट फलने-फूलने दिया है। कदम ने पत्र में लिखा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बॉलीवुड और ड्रग माफिया की साठगांठ को उजागर कर दिया है। इस मामले में कम से कम बीस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि कई प्रमुख फिल्मी हस्तियों से एनसीबी गहन पूछताछ कर चुकी है।
बॉलीवुड का ड्रग कनेक्शन सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के मामले में बेहद अहम हो गया है। उन्होंने कहा कि सुशांत के मामले में उनके परिवार और मित्रों ने ड्रग का मामला पहले और बाद में भी उठाया था। लेकिन मुंबई पुलिस ने इतनी लंबी जांच के दौरान इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस इस मामले की जांच 65 दिनों से अधिक समय तक करती रही लेकिन वह अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के मोबाइल फोन को खंगाल नहीं सकी।
सुशांत की मौत मामले में सीबीआइ से होगी नई फॉरेंसिक टीम के गठन की अपील
उधर, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा कि वह एम्स की सीबीआइ को सौंपी अपनी चिकित्सकीय-वैधानिक रिपोर्ट को लेकर बेहद क्षुब्ध हैं। वह केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ के प्रमुख से अपील करेंगे कि वह इस मामले में एक नई फॉरेंसिक टीम का गठन करें। एम्स के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में सुशांत की हत्या की आशंका को खारिज किए जाने से नाराज वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने रविवार को कहा कि अभिनेता के शव के बगैर ही विशेषज्ञों की टीम एक निर्णायक राय कैसे दे सकती है।
एम्स की रिपोर्ट पर खासी तल्खी जताते हुए उन्होंने कहा कि वह सीबीआइ के निदेशक से एक नई फॉरेंसिक टीम बनाने की अपील करने जा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि एम्स की टीम भला बिना शव के कैसे कोई निर्णायक रिपोर्ट दे सकती है, जबकि उनकी इस रिपोर्ट का आधार मुंबई के कूपर अस्पताल में बेहद घटिया तरीके से बनाई गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर आधारित है। इस रिपोर्ट में सुशांत की मौत का समय तक नहीं बताया गया था।
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