यदि आपकी सैलरी आती है यस बैंक में या कटती है ईएमआई तो जाने अब आप क्या करें ?

अगर आपका यस बैंक में खाता है तो अब तक आपके पास पैसा निकालने संबंधी प्रतिबंधों की खबर पहुँच चुकी होगी। दरअसल यस बैंक पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नकेल कस दी है। बैंक पर लगे प्रतिबंध के बाद कोई भी खाता धारक अपने अकाउंट से एक माह में 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकता है। आरबीआई ने साफ किया है कि यह प्रतिबंध 5 मार्च 2020 को शाम 6 बजे से लागू कर दिया गया है, जो कि 3 अप्रैल 2020 तक लागू रहेगा। अगर आपकी यस बैंक से EMI या SIP कटती है तो ये खबर आपके लिए है।

आपके घर की EMI या फिर कोई दूसरी किस्त कटती हो तो क्या करें?

अगर आपने किसी दूसरे बैंक या किसी NBFC से लोन लिया है और उसकी किस्त यस बैंक से कटती है तो सबसे पहले अपने बैंक को इसकी जानकारी दें। ऐसी खबरें आने के बावजूद आपकी EMI बंद नहीं होती है। लेकिन, यह मुमकिन है कि आपका बैंक इस मामले में कुछ महीने की राहत दे सकता है।
अगर आपका अकाउंट यस बैंक में है और लोन भी यस बैंक से ही लिया है तो बैंक आपके डिपॉजिट में से सबसे पहले अपनी किस्त काटेगा। उसके बाद ही बाकी की रकम आप निकाल पाएंगे। अगर बैंक अकाउंट में किस्त के बराबर या उससे कम फंड है तो आप पैसा नहीं निकाल सकते हैं।

अगर आपका यस बैंक का अकाउंट SIP और म्यूचुअल फंड से जुड़ा है और आपका कोई रीडम्पशन (SIP बेचकर मिलने वाला पैसा) आने वाला है तो क्या करेंगे? इस मामले में म्यूचुअल फंड ने मदद के लिए आगे आए हैं। कई फंड हाउस ने सोशल मीडिया पर बताया है कि वह अपने कस्टमर्स की हेल्प के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अगर कस्टमर अपना बैंक बदलना चाहते हैं तो बदल सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर यस बैंक की जगह किसी दूसरे बैंक से आप अपना अकाउंट लिंक करना चाहते हैं तो कर सकते हैं।

देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी जीरोधा ने भरोसा दिलाया है कि शेयर बेचने के बाद वह उसी अकाउंट में पैसा डालेगा जिसमें ग्राहक चाहेंगे ताकि उनका पैसा यस बैंक में ना फंसे। कोटक एसेट मैनेजमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने भी ट्वीट करके कहा है कि जिन ग्राहकों के पास यस बैंक का अकाउंट है, अगर वो निवेश बेचने के बाद किसी और बैंक खाते में पैसा चाहते हैं तो उन्हें वहां मिल सकता है।

सैलरी अकाउंट हो तो क्या करें?

अगर यस बैंक में आपकी सैलरी अकाउंट है तो आप सबसे पहले अपने एम्प्लायर यानि नियोक्ता को लिखित में यह जानकारी दें कि आपकी अगली सैलरी उस खाते में ना डाली जाए। आप अपनी कंपनी से बात करके किसी दूसरे बैंक का अकाउंट सैलरी के लिए दे सकते हैं।

#PhonePe को उठाना पड़ रहा है नुकसान

PhonePe के सीईओ समीर निगम ने ट्विटर पर ग्राहकों को बताया कि हमें इस लंबी रुकावट के लिए खेद है। हमारे साझेदार बैंक पर आरबीआई द्वारा कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि “हमारी पूरी टीम ने रात भर सेवाएँ जारी रखने के लिए काम किया है। हमें उम्मीद है कि यह कुछ घंटों में ठीक हो जाएगा”। एक फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी ने बताया कि कुछ भी हो, यह एक लेन-देन या समझौता है, जिसके कारण बैंक को काम करना बंद करना पड़ा।


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