निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में चारों दोषियों के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी होने के बाद उनकी फांसी की सजा लगभग तय हो गई है। लेकिन अब कुछ वामपंथी विचारधारा वाले तथाकथित मानवाधिकार संगठनों और व्यक्तियों की ओर से फांसी को माफ करने को लेकर भी आवाजें उठने लगी है। इसमें से एक और सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने भी निर्भया की मां से अपील की है कि वह दोषियों को माफ कर दें। इस पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा है कि इंदिरा जयसिंह कौन है जो मुझे सुझाव दे रही हैं? पूरा देश चाहता है दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। सिर्फ उनके जैसे लोगों की वजह से बलात्कार पीड़ितों के साथ न्याय नहीं होता है।
आशा देवी ने कहा कि विश्वास नहीं हो सकता है कि इंदिरा जयसिंह ने इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत भी कैसे की। मैं सुप्रीम कोर्ट में कई बार उनसे मिली हूं। उन्होंने कभी मेरे बारे में नहीं सोचा और आज वह दोषियों के लिए कैसे बोल रही हैं। ऐसे लोग की रोजी-रोटी बलात्कारियों का समर्थन करके चलती है, इसलिए बलात्कार की घटनाएं बंद नहीं होती हैं।
दरअसल आज सुबह वरिष्ठ वकील जयसिंह ने ट्वीट कर यह अपील की है। जब दिल्ली की एक अदालत ने चार दोषियों की फांसी की तारीख को टाल दिया, तब निर्भया की मां आशा देवी ने निराशा जाहिर की और उसके तुरंत बाद वकील इंदिरा जयसिंह ने यह अपील की। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा- जबकि मैं आशा देवी के दर्द से पूरी तरह वाकिफ हूं, मैं आग्रह करती हूं कि वे सोनिया गांधी के उदाहरण को फॉलो करें, जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती। हम आपके साथ हैं लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं।’ गौरतलब है कि नलिनी को 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसे दोषी ठहराया गया था।
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