संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध को लेकर एएमयू परिसर में हुए बवाल में 104 आरएएफ बटालियन के कमांमांडेंट पुनीत कुमार कोलधर ने सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट लिखाई है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार एक हजार छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
आरएएफ की ओर से थाना सिविल लाइन में एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप लगाया है कि एक हजार छात्रों ने आरएएफ पर हमला किया था। पथराव कर सरकारी संपत्ति में तोड़-फ़ोड़ की थी। भीड़ ने देश विरोधी नारे भी लगाए। कई छात्रों को चिह्नित कर पुलिस उनका रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है।
आरएएफ कमांडेंट पुनीत कुमार कोलधर ने सिविल लाइंस थाने में लिखाई रिपोर्ट में कहा है कि 13 दिसंबर को हुए विरोध के चलते एएमयू सर्किल पर दो कंपनी आरएएफ तैनात की गई। 15 दिसंबर को रात साढ़े आठ बजे अचानक एक हजार छात्रों की भीड़ ने देश विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। छात्रों ने अचानक उग्र होते हुए सुरक्षा बल पर पथराव कर दिया।
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ गाड़ियों में तोड़-फ़ोड़ की। आरएएफ की ओर से दो बार छात्रों को चेतावनी भी दी गई, लेकिन वे नहीं रुके। उल्टा पुलिस बल पर पथराव करने लगे। पत्थरबाजी में कई अधिकारी व जवान घायल हो गए। सीओ अनिल समानिया ने बताया आरएएफ की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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