मेरठ। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी 9 नवंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद मेरठ के नौचंदी एरिया में पटाखे जलाए जाने की कोशिश की गई। इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, नोएडा पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक पर अफवाह फैलाने का आरोप है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना है। इसको लेकर कोर्ट ने तीन महीने में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने के लिए कहा है। वहीं, कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ वैकल्पिक जगह देने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि अयोध्या मामले में पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने फैसला सुनाया। इसकी अध्यक्षता चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने की। इस बेंच में जस्टिस एसए बोबडे जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एस अब्दुल नजीर और डीवाई चंद्रचूड़ शामिल रहे।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के पहले ऐहतियात के तौर पर कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि स्थिति सांप्रदायिक व संवेदनशील होने के मद्देनजर और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अन्य जिलों में भी इंटरनेट सेवा बंद की जा सकती है।
10 ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी आशुतोष पांडे ने कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स की 60 कंपनियां, आरपीएफ और पीएसी और 1200 पुलिस कॉन्स्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर्स, 20 डिप्टी सुप्रिटेंडेंट और 2 एसपी की तैनाती की गई है। डबल लेयर बैरिकेडिंग, पब्लिक अड्रेस सिस्टम लगाया गया है। साथ ही 35 सीटीटीवी और 10 ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है। लोगों के रामलला के दर्शनों पर कोई पाबंदी नहीं है। सभी मार्केट खुले हैं और स्थिति पूरी तरह सामान्य है।
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