नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म में नजर आए आर्मी चीफ नरवणे

नई दिल्ली। भारतीय सेना के चीफ जनरल एमएम नरवणे बुधवार 19 जनवरी को ईस्टर्न कमांड का दौरा करने पहुंचे। वो यहां ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे लेकिन इस दौरान आर्मी चीफ एक अलग ही अंदाज में नजर आए। दरअसल जनरल नरवणे पहली बार एक नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म पहने दिखे। उनके साथ इस दौरान सेना के तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद थे।

सेना प्रमुख नये कॉम्बैट यूनिफॉर्म में पहली बार दिखे हैं. 74वें सेना दिवस पर जवानों को नयी वर्दी का तोहफा मिला था। 15 खास कैमोफ्लॉज पैटर्न, चार अलग-अलग तरह की डिजाइन और 8 तरह के कपड़ों की जांच के बाद सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने इस यूनिफॉर्म को मंजूरी दी थी। सेना दिवस (15 जनवरी, 2022) के मौके पर लांच की गई कांबैट यूनिफार्म (लड़ाकू वर्दी) जहां अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है वहीं जवानों और अधिकारियों के लिए इसे काफी सुविधाजनक बनाया गया है। इस यूनिफार्म ने अब अलग-अलग इलाकों के लिए अलग-अलग वर्दी रखने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है। सेना दिवस के मौके पर बीते शनिवार भारतीय सेना की एक टुकड़ी नई यूनिफार्म को पहनकर परेड मे शामिल हुई थी। बुधवार को सेना प्रमुख ने भी इसे पहनकर देखा।

इस यूनिफार्म को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलाजी (निफ्ट) के सहयोग से डिजाइन किया गया है। इस यूनिफार्म को डिजाइन करने में संस्थान के आठ छात्रों और प्रोफेसरों की एक टीम का योगदान रहा। निफ्ट ने इसे अंतिम रूप देने से पहले चार अलग-अलग फैब्रिक, आठ अलग-अलग डिजाइन और लगभग 15 पैटर्न का अध्ययन किया।

यूनिफार्म में बदलाव क्यों
पूर्व अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यूनिफार्म में ऐसा किया गया है। कई अन्य देशों की वर्दी का अध्ययन करने वाले हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद नए बदलाव किए गए हैं।

विघटनकारी पैटर्न
नई वर्दी में रंगों का जो मिश्रण किया गया है उसमें आलिव ग्रीन, अर्थर्न शेड्स शामिल हैं। यह रंग विभिन्न इलाकों और सैनिकों की तैनाती के क्षेत्रों के साथ-साथ चरम मौसम की स्थिति को ध्यान में रखकर चुने गए हैं।नई यूनिफार्म में शर्ट को पैंट में टक (इन) नहीं करना होगा। शर्ट के अंदर एक टी-शर्ट होगी। इसका पैटर्न एक डिजिटल विघटनकारी पैटर्न है। यह पिक्सेलयुक्त डिजाइन की तरह है। कई तरह के भौगोलिक क्षेत्रों में यह यूनिफार्म छलावरण का भी काम करती है।

फैलाई जा रहीं भ्रामक जानकारियां
हाल ही में सेना की नई लड़ाकू वर्दी और लिट्टे की वर्दी के बीच तुलना को खारिज करते हुए सरकारी सूत्रों ने कहा था कि दोनों विशिष्ट रूप से अलग हैं। सेना के पैटर्न पर फिल्टर लगाकर इसे विकृत किया गया है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि यह स्पष्ट है कि इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर दुर्भावनापूर्ण इरादे से भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। इसमें सेना के नए पैटर्न पर फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है

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