प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 50वें दौरे पर शुक्रवार को काशी पहुंचेंगे। यह दौरा उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने के बाद का पहला दौरा है, जो विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ₹3884.18 करोड़ की 44 विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे, जिसमें 19 परियोजनाओं का उद्घाटन और 25 का शिलान्यास शामिल है।
काशी को मिली विकास योजनाओं की महाबौछार इस ऐतिहासिक दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने जो सौगात देंगे, उनमें ग्रामीण से लेकर शहरी विकास, बुनियादी ढांचे से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और ऊर्जा से संबंधित परियोजनाएं शामिल रहेंगे।
प्रमुख उद्घाटन परियोजनाएं (₹1629.13 करोड़) 130 ग्रामीण पेयजल योजनाएं (₹345.12 करोड़) – स्वच्छ पेयजल की बड़ी पहल।
100 नए आंगनबाड़ी केंद्र और 356 पुस्तकालय – शिक्षा और बाल विकास को बढ़ावा।
पिंडरा में पॉलिटेक्निक कॉलेज और एक डिग्री कॉलेज – युवाओं के लिए तकनीकी शिक्षा का अवसर।
पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल और रामनगर में बैरक – सुरक्षा ढांचे को मजबूती।
शास्त्री घाट और सामने घाट का पुनर्विकास – पर्यटन को मिलेगा नया आयाम।
400 केवी सबस्टेशनों का उद्घाटन – चंदौली, जौनपुर और गाजीपुर में ऊर्जा क्षमता में वृद्धि।
प्रमुख शिलान्यास परियोजनाएं (₹2255.05 करोड़) बाबतपुर एयरपोर्ट के पास अंडरपास टनल (₹652.64 करोड़) – हवाई यातायात में सुविधा।
एमएसएमई यूनिटी मॉल (₹154.71 करोड़) – स्थानीय व्यापार को मिलेगा प्रोत्साहन।
रिंग रोड और सारनाथ के बीच सेतु निर्माण – यातायात में सुधार।
विभिन्न फ्लाईओवर, सड़क चौड़ीकरण, और नवीनीकरण परियोजनाएं – कनेक्टिविटी होगी और बेहतर।
77 प्राथमिक विद्यालयों का स्मार्ट क्लास के साथ नवीनीकरण – डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा।
यूपी कॉलेज में सिंथेटिक हॉकी टर्फ, शिवपुर में मिनी स्टेडियम – खेलों को मिलेगा बढ़ावा।
सौर ऊर्जा संयंत्र (1 मेगावाट), विभिन्न बिजली उपकेंद्र – अक्षय ऊर्जा और विद्युत आपूर्ति को बढ़ावा।
जनसभा से प्रधानमंत्री का संबोधन प्रधानमंत्री मोदी ने मेंहदीगंज में आयोजित भव्य जनसभा को संबोधित करते हुए कहगे,
“काशी अब विकास की नई ऊंचाइयों को छू रही है। ये योजनाएं सिर्फ परियोजनाएं नहीं, बल्कि आपके उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं।”
उन्होंने प्रदेश के लाखों दुग्ध उत्पादक किसानों को अमूल से जुड़े बोनस के रूप में ₹106 करोड़ की सौगात दी और 70 वर्ष से अधिक आयु के तीन वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड सौंपेगे।
राजनीतिक एवं प्रशासनिक उपस्थिति प्रधानमंत्री के स्वागत में उत्तर प्रदेश की शीर्ष नेतृत्व टीम मौजूद रही, जिनमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, और मंत्रीगण उपस्थित रहे। मंच पर बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर भाई चौधरी भी उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल उनकी काशी से आत्मीयता को दर्शाता है, बल्कि विकास की गति को और तेज करने का एक मजबूत संकेत है। काशी आज केवल धार्मिक नगरी नहीं रही, बल्कि “न्यू इंडिया” के आत्मनिर्भर शहरों की सूची में प्रमुखता से शामिल हो चुकी है।
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