गाजियाबाद समाचार: प्रमुख घटनाओं पर एक नजर

1. धर्मांतरण का झूठा आरोप, धार्मिक कार्यक्रम में हंगामा
गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित विद्यापुर गांव में सोमवार शाम धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हंगामे की स्थिति बन गई। स्थानीय निवासी गोपाल कुमार के घर में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में मेरठ और दिल्ली से आईं तीन महिलाएं मंत्रोच्चारण कर रही थीं। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन पर धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
2. सिपाही पर हमले के चार दोषियों को तीन साल की सजा
गाजियाबाद में सिपाही पर हमला करने के चार दोषियों—रामकुमार उर्फ रामू, मोनू उर्फ मनोज, डेविड और विनय—को अदालत ने तीन-तीन साल की कारावास की सजा सुनाई है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौरव शर्मा ने चारों दोषियों पर 11-11 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। अदालत ने 21 मार्च को उन्हें दोषी करार दिया था।
3. साले की हत्या के मामले में जीजा को आजीवन कारावास
लोनी में चार साल पहले दो लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर अपने साले की हत्या करने वाले आरोपी आजाद उर्फ एजाज को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायाधीश रोहित अग्रवाल ने दोषी पर 56,500 रुपये का अर्थदंड भी लगाया, जिसमें से दो-तिहाई यानी 37,666 रुपये मृतक के परिजनों को देने का आदेश दिया गया है। इस मामले में दोषी की पत्नी मोमिना की गवाही महत्वपूर्ण रही, जिससे सजा दिलाने में मदद मिली।
4. लोनी विधायक ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर एक बार फिर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक ने पत्र में पुलिस अधिकारी पर जातीय उन्माद फैलाने और माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है।
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