महाकुंभ के सेक्टर 19 में भीषण आग: सैकड़ों कुटिया जलकर राख, लाखों की क्षति

प्रयागराज:- महाकुंभ के सेक्टर 19 में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब श्रीकरपात्र धाम वाराणसी और गीता प्रेस गोरखपुर के शिविर में भीषण आग लग गई। आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया और 280 से अधिक कुटिया और टेंट को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में लाखों रुपये की नकदी और संपत्ति जलकर राख हो गई, जबकि पांच लोग घायल हुए हैं। घटना के समय शिविर में करीब 200 से 300 लोग मौजूद थे, जिनमें भगदड़ मच गई।
गैस सिलेंडर से शुरू हुई आग
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि यह आग गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण लगी। शिविर में रखे 13 गैस सिलेंडरों में से कुछ में विस्फोट हो गया, जिससे आग ने भयानक रूप ले लिया। सिलेंडरों के फटने से हुए धमाकों ने इलाके में दहशत फैला दी।
ट्रेन यात्रियों ने कैद किया मंजर
आग लगने के समय सेक्टर 19 के ऊपर से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन गुजर रही थी। ट्रेन में सवार यात्रियों ने इस भयावह दृश्य को अपने कैमरे में कैद किया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए इन वीडियो में आग की 30-30 फीट ऊंची लपटें साफ दिखाई दे रही हैं। इस दृश्य को देखकर ट्रेन में सवार यात्री भी दहशत में आ गए।
कुटिया और संपत्तियों का नुकसान
आग के कारण फूस और बांस से बनी 280 कुटिया जलकर राख हो गईं। वाराणसी से आए कल्पवासी ज्ञान प्रकाश शुक्ला के पांच लाख रुपये भी आग की चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि आग के दौरान जब वह अपने शिविर में पहुंचे, तो पेटी में रखी 500 और 100 के नोटों की गड्डियां जल चुकी थीं। इस हादसे में उनके परिवार की दोनों हथेलियां झुलस गईं।
भगदड़ और अफरा-तफरी का माहौल
आग लगने के बाद शिविर में भगदड़ मच गई। लोग जो सामान हाथ लगा, उसे लेकर सड़क की ओर भागने लगे। बिहार की सावित्री देवी ने हांफते हुए बताया कि उनके साथ आए कई लोग अलग हो गए हैं।
कल्पवासी सुनीता देवी ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ संगम स्नान के लिए गई थीं। जब वह लौटीं तो उनका टेंट जल रहा था। सुनीता देवी ने कहा, “गंगा मइया की कृपा है कि हम लोग सलामत हैं।”
मुख्यमंत्री योगी की उपस्थिति के दौरान हुआ हादसा
घटना के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेला क्षेत्र में ही मौजूद थे। वह संतों से मुलाकात कर रहे थे, तभी उन्हें इस घटना की सूचना मिली। मुख्यमंत्री के मार्ग के पास ही यह घटना घटी थी। प्रशासनिक अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया।
दमकल विभाग की तत्परता
सूचना मिलते ही दमकल की करीब दर्जनभर गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने कई घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। राहत की बात यह रही कि आग शिविर के रसोईघर तक नहीं पहुंच सकी, जहां बड़ी संख्या में गैस सिलेंडर रखे हुए थे। अगर ऐसा होता, तो नुकसान और भी ज्यादा हो सकता था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और कथा रद्द
शिविर में लगी आग के कारण आसपास के कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन-कीर्तन रद्द कर दिए गए। श्रीकरपात्र धाम से जुड़े शिविर में आयोजित होने वाली रामराज्य और विश्व विषय पर बौद्धिक चर्चा को भी रद्द करना पड़ा।
चिंताएं और भविष्य के कदम
इस घटना ने महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चर्चा है कि शिविर में 50 से ज्यादा सिलेंडर रखे हुए थे। प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस घटना ने आग से सुरक्षा प्रबंधन और गैस सिलेंडर जैसी जोखिमपूर्ण वस्तुओं के उचित प्रबंधन की जरूरत को रेखांकित किया है। मेला प्रशासन को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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