इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौता: 15 महीने लंबे संघर्ष पर लगी रोक

गाजा में 15 महीने से जारी युद्ध के बाद इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौता हो गया है। कतर, अमेरिका और मिस्र जैसे देशों की मध्यस्थता से इस समझौते पर सहमति बनी। इसके तहत दोनों पक्ष बंधकों और कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार हुए हैं।
बंधकों की रिहाई: पहली प्राथमिकता
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने बताया कि समझौते के पहले चरण में गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए 33 इजरायली नागरिकों को रिहा किया जाएगा। इनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग, बीमार और घायल शामिल होंगे।
यह 33 लोग उन 94 बंधकों में शामिल हैं, जिन्हें हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले के बाद बंधक बना लिया था।
इजरायल ने बंधकों की रिहाई के बदले सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने की सहमति जताई है।
इजरायल-हमास कैदियों की अदला-बदली
इजरायल लगभग 1,000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
इनमें वे लोग भी शामिल होंगे, जिन्हें लंबी सजाएं दी गई थीं।
बंधकों की कुल संख्या और उनकी स्थिति के आधार पर अदला-बदली की संख्या तय की जाएगी।
42-दिन का प्रारंभिक चरण
संघर्ष विराम का पहला चरण 42 दिनों तक चलेगा।
इस दौरान इजरायल गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों से अपनी सेना को हटा लेगा।
यह कैदियों और बंधकों की सुरक्षित अदला-बदली, विस्थापित लोगों की वापसी और युद्ध से प्रभावित क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करेगा।
गाजा में बदलाव: बफर जोन और नागरिकों की वापसी
इजरायल ने गाजा के भीतर 800 मीटर बफर जोन बनाए रखने की योजना बनाई है।
विस्थापित नागरिकों की वापसी के लिए चेकपॉइंट बनाए जाएंगे, जहां से लोग अपनी पहचान की पुष्टि कर सकेंगे।
इस दौरान कोई इजरायली सैनिक मौजूद नहीं रहेगा।
दूसरे और तीसरे चरण की योजना
समझौते के अगले चरणों में:
1. शेष इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा।
2. पुरुष सैनिक, सैन्य आयु के पुरुष, और मारे गए बंधकों के शव लौटाए जाएंगे।
3. फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और विस्थापित नागरिकों की वापसी के विस्तृत प्रावधान किए जाएंगे।
समझौते की निगरानी
कतर, अमेरिका और मिस्र जैसे देशों की निगरानी में समझौते को लागू किया जाएगा।
संयुक्त मध्यस्थ निकाय काहिरा में समझौते की शर्तों का पालन सुनिश्चित करेगा।
समझौता: स्थायी शांति की उम्मीद
कतर के प्रधानमंत्री ने समझौते को युद्ध का अंतिम चरण बताते हुए कहा कि इसे लागू करना सभी पक्षों की जिम्मेदारी होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे युद्ध का स्थायी अंत लाने वाला कदम बताया।
यह समझौता इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण कदम है। 15 महीने तक चले इस युद्ध ने हजारों जानें लीं और लाखों लोगों को बेघर किया। अब यह देखना अहम होगा कि क्या यह संघर्ष विराम स्थायी शांति की ओर बढ़ता है या सिर्फ एक अस्थायी राहत बनकर रह जाता है।
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