नाइजीरिया: हवाई हमले में नागरिकों की मौत

नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में सेना द्वारा किए गए हवाई हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। सेना का उद्देश्य संघर्षग्रस्त इलाकों में सक्रिय हथियारबंद समूहों को निशाना बनाना था, लेकिन गलती से नागरिकों पर हमला हो गया। ये नागरिक स्थानीय सुरक्षा बलों के सहयोगी के रूप में कार्यरत थे। अधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने इस घटना की पुष्टि की है।
सेना की कार्रवाई में नागरिक हताहत
यह पिछले एक साल में तीसरी बार है, जब नाइजीरिया सेना के हवाई हमलों में नागरिकों की जान गई है। जमफारा राज्य के जुरमी और मराजुन क्षेत्रों में सेना विद्रोही समूहों को खत्म करने के लिए अभियान चला रही थी। राज्य के गवर्नर के प्रवक्ता सुलैमान बाला इदरीस ने बताया कि हमले के दौरान कुछ नागरिक भी मारे गए। ये लोग ‘नागरिक संयुक्त कार्यबल’ और ‘स्थानीय सतर्कता बल’ के सदस्य थे।
इदरीस ने स्पष्ट किया कि नागरिकों को गलती से डाकू समझ लिया गया था, क्योंकि वे इलाके से भागने का प्रयास कर रहे थे।
मृतकों की संख्या अस्पष्ट, स्थानीय निवासियों ने बताई स्थिति
हालांकि, सरकार ने अभी तक मृतकों की सटीक संख्या नहीं बताई है। नाइजीरियाई वायु सेना ने भी इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। स्थानीय निवासी सलिसु मराजुन ने बताया कि उन्होंने कम से कम 20 शव देखे, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार जारी है।
राज्य सरकार का रुख
जमफारा की राज्य सरकार ने इस अभियान को “सफल” करार दिया। उन्होंने इसे डाकुओं पर निर्णायक कार्रवाई बताते हुए कहा कि राज्य सरकार खुफिया जानकारी साझा करने, लॉजिस्टिक सपोर्ट और समुदाय-आधारित पहलों में सेना का सहयोग जारी रखेगी।
सेना के हमलों में नागरिकों की जान का सिलसिला
लागोस स्थित शोध संस्थान एसबीएम इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, नाइजीरियाई सेना 2017 से अब तक विद्रोही समूहों के खिलाफ हवाई हमले कर रही है, लेकिन इन अभियानों में अब तक 400 नागरिकों की मौत हो चुकी है।
पिछले हमलों की पृष्ठभूमि
दिसंबर 2023 में, कादुना राज्य में एक धार्मिक आयोजन के दौरान सेना के हवाई हमले में 80 से अधिक लोग मारे गए थे।
मई 2024 में सेना ने कहा था कि इस प्रकार की घटनाओं में शामिल दो सैनिकों का कोर्ट मार्शल किया जाएगा। हालांकि, जांच के नतीजे सार्वजनिक नहीं किए गए।
मानवाधिकार संगठनों की आलोचना
मानवाधिकार संगठनों ने सेना की पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। संगठनों का कहना है कि इस प्रकार के अभियानों में निर्दोष लोगों की मौत से सेना और सरकार की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि ऐसी घटनाओं में जिम्मेदार लोगों को सजा दी जानी चाहिए और भविष्य में इस तरह की गलतियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
नाइजीरिया के हवाई अभियानों में नागरिकों की मौत ने देश की सेना और सरकार की रणनीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाना जरूरी है, लेकिन इसे निर्दोष लोगों की जान की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए। सरकार और सेना को पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ इन मुद्दों का समाधान करना होगा, ताकि नागरिकों का विश्वास कायम रह सके।
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