तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप: 95 की मौत, नेपाल व भारत में भी महसूस किए गए झटके

मंगलवार सुबह तिब्बत के डिंगरी काउंटी इलाके में जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गई। चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार, अब तक 95 लोगों की जान चली गई है, और करीब 130 लोग घायल हो गए हैं। यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 9:05 बजे आया, जिसका केंद्र 28.5° उत्तरी अक्षांश और 87.45° पूर्वी देशांतर पर, जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
नेपाल में दहशत का माहौल
भूकंप के झटके नेपाल में भी महसूस किए गए, जहां लोग अपने घरों को छोड़कर बाहर भागने लगे। राजधानी काठमांडू समेत कई जिलों में भूकंप ने लोगों को झकझोर दिया। सड़कों पर बिजली के खंभे और पेड़ हिलते देखे गए। काठमांडू के लोग भारी दहशत में आ गए, और कई जगहों पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, सुबह 7 बजे के करीब 4 से 5 तीव्रता के छह से अधिक झटके नेपाल के विभिन्न इलाकों में महसूस किए गए। इन झटकों ने 2015 में आए विनाशकारी भूकंप की याद दिला दी, जिसमें करीब 9,000 लोगों की जान चली गई थी।
भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए
तिब्बत और नेपाल के अलावा, भारत के कई हिस्सों में भी भूकंप का असर देखा गया। बिहार, असम, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई इलाकों में धरती डोल उठी। बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, बेगूसराय, मुंगेर, शिवहर और सारण में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
पश्चिम बंगाल के मालदा और अन्य इलाकों में भी झटके महसूस किए गए। लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए।
लोगों के अनुभव: डर और घबराहट
तिब्बत के डिंगरी इलाके में एक स्थानीय निवासी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैं शौचालय में था, तभी मैंने देखा कि दरवाजा हिल रहा है। जैसे ही भूकंप महसूस हुआ, मैं तुरंत नीचे खुले स्थान पर आ गया। मेरी मां भी बहुत डर गई थीं।”
लगातार आ रहे हैं झटके
तिब्बत में भूकंप के झटके अभी भी रुक-रुककर महसूस किए जा रहे हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स का आना सामान्य है।
सरकारें अलर्ट पर, राहत कार्य जारी
चीन, नेपाल और भारत में स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। चीन ने तिब्बत के डिंगरी इलाके में आपातकालीन टीमें भेज दी हैं, जबकि नेपाल और भारत में भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
भूकंप की तीव्रता और नुकसान के आंकड़े लगातार अपडेट किए जा रहे हैं। हालांकि, भूकंप की वजह से कई इलाकों में संचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे राहत कार्यों में कठिनाई हो रही है।
भूकंप से बचाव के लिए सतर्क रहें
विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के दौरान घबराने की बजाय सावधानी बरतनी चाहिए। सुरक्षित स्थानों पर जाएं, और किसी इमारत या भारी सामान के नीचे खड़े होने से बचें। आफ्टरशॉक्स की संभावना को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
तिब्बत में आए इस भूकंप ने पूरे क्षेत्र में दहशत पैदा कर दी है। लोगों के लिए यह एक भयावह यादगार बन गया है, जो जीवन के अनिश्चितताओं का गहरा अहसास कराता है।
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