दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई विवादित टिप्पणी पर कड़ा जवाब दिया। इस दौरान वह भावुक हो गईं और राजनीति के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली चुनाव में अपने कार्यों के आधार पर जनता से समर्थन मांग रही हैं, लेकिन कुछ लोग उनके बुजुर्ग और बीमार पिता को निशाना बना रहे हैं।
“राजनीति इस स्तर तक गिर सकती है, कल्पना नहीं की थी” सीएम आतिशी ने रमेश बिधूड़ी पर निशाना साधते हुए कहा, “मेरे पिता, जो जीवनभर एक शिक्षक रहे हैं और हजारों गरीब और मध्यम वर्गीय बच्चों को शिक्षा देने का काम किया है, आज 80 साल की उम्र में बीमार हैं। वह सहारे के बिना चल भी नहीं पाते। क्या चुनाव जीतने के लिए किसी को इतने निम्न स्तर पर जाना पड़ेगा? मेरे पिता को गाली देकर वोट मांगना शर्मनाक है।”
उन्होंने बिधूड़ी से सवाल किया कि उन्होंने दक्षिणी दिल्ली के लोगों के लिए बीते 10 वर्षों में क्या काम किया है। “अपने काम पर वोट मांगिए, मेरे पिता को गाली देकर नहीं। यह राजनीति के लिए बेहद दुखद और चिंताजनक है।”
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर उठाए सवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोटर लिस्ट से नाम काटने और नए वोट जोड़ने के मामलों में बड़े घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा समरी रिवीजन की प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद अचानक बड़ी संख्या में नए वोट जुड़वाने और पुराने वोट कटवाने के आवेदन आ रहे हैं, जो एक साजिश की ओर इशारा करते हैं।
2 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच: 10,000 से अधिक नए वोट जोड़ने के आवेदन आए। 9 अक्टूबर से 2 जनवरी के बीच: 6,000 से अधिक वोट काटने के आवेदन प्राप्त हुए।
साजिश की ओर इशारा आतिशी ने बताया कि वोट काटने के 4,000 आवेदन केवल 84 लोगों द्वारा किए गए हैं। यह सवाल उठता है कि यह 84 लोग कौन हैं और उनका इस प्रक्रिया में क्या स्वार्थ है। निर्वाचन आयोग ने जब इन लोगों को बुलाकर पूछताछ की, तो उन्होंने आवेदन करने से इनकार कर दिया।
“ऐसा प्रतीत होता है कि यह वोट जोड़ने और काटने की प्रक्रिया एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य किसी खास दल को लाभ पहुंचाना है। यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है,” उन्होंने कहा।
आतिशी की अपील: निष्पक्ष जांच हो सीएम ने निर्वाचन आयोग से इस गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि वोट जोड़ने और काटने के लिए आवेदन करने वाले लोगों की पृष्ठभूमि की जांच होनी चाहिए और इस साजिश में शामिल लोगों को उजागर किया जाना चाहिए।
दिल्ली में चुनावी राजनीति एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोपों ने माहौल को गरमा दिया है। सीएम आतिशी ने अपने काम के आधार पर वोट मांगने की बात करते हुए राजनीति में नैतिकता बनाए रखने की अपील की।
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