रूस का ऐलान: 2025 से मुफ्त मिलेगी कैंसर की वैक्सीन, ट्यूमर को 80% तक रोकने का दावा

रूस:- कैंसर, जो दुनिया भर में लाखों जिंदगियों को खत्म कर चुका है, उसके इलाज के क्षेत्र में रूस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि उसने एक वैक्सीन तैयार की है, जो 2025 से सभी रूसी नागरिकों को मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। यह वैक्सीन मरीजों की ट्यूमर सेल्स के डेटा पर आधारित होगी और ट्यूमर के विकास को 80% तक रोकने में सक्षम होगी।
कैसे काम करेगी वैक्सीन?
रूस की फेडरल मेडिकल बायोलॉजिकल एजेंसी की प्रमुख वेरोनिका स्वोर्त्सकोवा ने बताया कि वैक्सीन mRNA तकनीक पर आधारित है।
मरीज के कैंसर सेल्स का सैंपल लिया जाएगा।
इन सेल्स की जीन सीक्वेंसिंग करके उनके प्रोटीन की पहचान की जाएगी।
इस आधार पर पर्सनलाइज्ड mRNA वैक्सीन तैयार की जाएगी।
यह वैक्सीन शरीर को T सेल्स बनाने का निर्देश देती है, जो ट्यूमर पर हमला कर कैंसर को खत्म कर देती हैं।
एक बार जब शरीर ट्यूमर सेल्स को पहचान लेता है, तो कैंसर दोबारा वापस नहीं आता।
प्रभावशीलता और ट्रायल्स
आंद्रेई काप्रिन, रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर, ने बताया कि वैक्सीन के प्रीक्लिनिकल ट्रायल सफल रहे हैं।
ट्यूमर के विकास को धीमा करने और 80% तक रोकने में यह प्रभावी साबित हुई।
यह तकनीक विशेष रूप से मेलानोमा (त्वचा कैंसर) के लिए विकसित की गई है और जल्द ही अन्य प्रकार के कैंसर के लिए भी उपलब्ध होगी।
दूसरी खोज: ऑन्कोलिटिक वायरोथेरेपी
रूस ने कैंसर के खिलाफ एक और पद्धति पर काम किया है, जिसे ऑन्कोलिटिक वायरोथेरेपी कहा जाता है।
इसमें मॉडिफाइड इंसानी वायरस का उपयोग करके कैंसर सेल्स को टारगेट किया जाता है।
वायरस कैंसर सेल्स के भीतर जाकर खुद को मल्टीप्लाई करता है, जिससे ट्यूमर नष्ट हो जाता है।
इस थेरेपी से शरीर की इम्युनिटी सक्रिय होती है, जो कैंसर सेल्स को खत्म करती है।
कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी कदम
रूस की यह घोषणा उन लाखों कैंसर रोगियों के लिए आशा की किरण है, जो महंगे इलाज और वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। अमेरिकी विशेषज्ञ एलियास सयूर ने बताया कि mRNA तकनीक से बनी वैक्सीन ने ब्रेन कैंसर पर 48 घंटों से भी कम समय में असर दिखाया है।
दुनिया को उम्मीद
हालांकि, रूस की यह वैक्सीन फिलहाल केवल रूसी नागरिकों के लिए मुफ्त होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे कब उपलब्ध कराया जाएगा, इस पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन यह कदम निश्चित रूप से वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति लाने वाला साबित हो सकता है।
रूस का यह ऐलान कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ जंग में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हो सकता है। 2025 से शुरू होने वाला यह मुफ्त वैक्सीनेशन प्रोग्राम न केवल रूस के नागरिकों को राहत देगा, बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में भी उम्मीदें जगाएगा।
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