फ्लैट व मकान बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले सामने आए

गाजियाबाद:- फ्लैट और मकान बेचने के नाम पर कई ठगी के मामले सामने आए हैं, जिनमें पीड़ितों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई।
चेंबूर फ्लैट में 1.25 करोड़ की ठगी
राजनगर निवासी पुनीत देव गुप्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि राजीव गुप्ता ने मुंबई के चेंबूर में अपने फ्लैट को बेचने का प्रस्ताव रखा। फ्लैट की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये बताई गई, लेकिन जान-पहचान के आधार पर 1.45 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ। पुनीत ने धीरे-धीरे 1.25 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया।
जब उन्होंने फ्लैट के बैनामे की बात की तो आरोपियों ने कोरोना महामारी का बहाना बनाकर टालमटोल शुरू कर दी। लंबे समय तक बैनामा न होने पर जब पुनीत ने अपने रुपये वापस मांगे, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने राजीव गुप्ता और उनके तीन साथियों विक्रम मेहरा, राघव और वरुण के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कविनगर में मकान बेचने के नाम पर 43.45 लाख की धोखाधड़ी
कविनगर क्षेत्र में शालू नामक महिला ने पुलिस में शिकायत दी है कि महेंद्र एंक्लेव निवासी नीरज ताराचंद ने मकान बेचने के नाम पर उनके साथ 43.45 लाख रुपये की ठगी की। शालू के अनुसार, उनके पति ने 2020 में मकान की तलाश शुरू की थी। नीरज ने उन्हें एक मकान दिखाया और डेढ़ करोड़ रुपये में सौदा तय किया। शालू ने एडवांस के तौर पर 43.45 लाख रुपये दे दिए।
जब बैनामे की बात आई, तो नीरज ने कई बार तारीखें बदलकर उन्हें गुमराह किया। अंततः रुपये वापस मांगने पर धमकियां दी गईं। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
11.70 लाख रुपये हड़पने का आरोप
मुरादनगर निवासी अनुज चौधरी ने बताया कि भूपेंद्र नामक व्यक्ति ने उनसे पहले चार लाख रुपये उधार लिए और फिर आठ लाख रुपये और मांगे। बदले में एक प्लॉट बेचने का वादा किया। अनुज ने बताया कि भूपेंद्र ने प्लॉट का इकरारनामा भी कर दिया, लेकिन बाद में रुपये लौटाने से मना कर दिया।
अनुज ने मधुबन बापूधाम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
गाजियाबाद पुलिस इन मामलों की तह तक जाने के लिए सबूत जुटा रही है। अधिकारियों ने पीड़ितों को आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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