बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए शहर में 20 स्थानों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन बनेंगे

गाजियाबाद:- बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार और प्रशासन ने कई अहम कदम उठाए हैं। इन्हीं में से एक पहल इलेक्ट्रिक वाहनों (ई-व्हीकल) को बढ़ावा देना है। गाजियाबाद नगर निगम ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शहर के 20 स्थानों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण कार्य जनवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा।
चार्जिंग स्टेशन के लिए स्थान चिह्नित
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के अनुसार, ई-व्हीकल को प्रोत्साहित करने के लिए नगर निगम के सभी पांच जोन में चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए स्थानों को पहले ही चिह्नित कर लिया गया है और टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। ये चार्जिंग स्टेशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बनाए जाएंगे, जिससे शहर के 35 से 40 हजार ई-व्हीकल उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।
चुनिंदा स्थानों की सूची
कवि नगर जोन
गोविंदपुरम
मेरठ रोड, दुहाई
डायमंड फ्लाईओवर
विवेकानंद रेलवे ब्रिज
सिटी जोन
रेत मंडी, नंदग्राम रोड
राज नगर एक्सटेंशन मेन रोड
हिंडन पेट्रोल पंप
हिंडन श्मशान पार्किंग (साईं उपवन)
पटेल मार्ग, जीटी रोड
नया बस अड्डा
विजय नगर जोन
ताज हाईवे
क्रासिंग रिपब्लिक
अकबरपुर बहरामपुर
मोहन नगर जोन
हिंडन एयर फोर्स स्टेशन
मोहन नगर टी-पॉइंट
अर्थला मेट्रो स्टेशन
राजेंद्र नगर
वसुंधरा जोन
कनवानी पुलिया
सौर ऊर्जा मार्ग
प्रदूषण नियंत्रण में मददगार साबित होंगे चार्जिंग स्टेशन
जिले में फिलहाल 38,572 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं, लेकिन चार्जिंग स्टेशनों की कमी के कारण लोग ई-व्हीकल खरीदने में हिचकिचाते हैं। पर्याप्त संख्या में चार्जिंग स्टेशन बनने से ई-व्हीकल की बिक्री बढ़ेगी, जो प्रदूषण नियंत्रण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
चार्जिंग के लिए न्यूनतम शुल्क
चार्जिंग स्टेशन पर स्लो और फास्ट दोनों चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध होगी।
स्लो चार्जिंग: 8 रुपये प्रति यूनिट
फास्ट चार्जिंग: 15 रुपये प्रति यूनिट
स्लो चार्जिंग का मुख्य उपयोग दोपहिया वाहनों के लिए होगा, जबकि फास्ट चार्जिंग बड़ी गाड़ियों के लिए लाभदायक होगी।
ई-व्हीकल चार्जिंग से जुड़े फायदे
गाजियाबाद नगर निगम का यह कदम न केवल वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा, बल्कि ई-व्हीकल उपभोक्ताओं के लिए भी सुविधाजनक होगा। इससे शहर को एक हरित और स्वच्छ पर्यावरण की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।
निगम का यह प्रयास एक स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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