अलर्ट के बावजूद कई क्षेत्रों में बारिश, करसोग में एक दिन की छुट्टी, जानें मौसम की पूर्वानुमान

ऑरेंज अलर्ट के बावजूद हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जोरदार बारिश दर्ज की गई है। करसोग उपमंडल में भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं।

मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश हुई है। करसोग उपमंडल में भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं और कई मार्गों पर यातायात ठप हो गया है। खराब मौसम और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उपमंडल के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में आज एक दिन की छुट्टी घोषित की गई है।
वहीं, समेज में लापता 33 लोगों की खोज के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान में भारी बारिश रुकावट बन गई है। बारिश के कारण बचाव दल फंसा हुआ है। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी रात से लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है। मंगलवार रात को विभिन्न स्थानों पर मिली बारिश की मात्रा इस प्रकार रही: पांवटा साहिब में 116.6 मिलीमीटर, धौलाकुआं में 76.5 मिलीमीटर, करसोग में 64.2 मिलीमीटर, नाहन में 56.1 मिलीमीटर, नारकंडा में 44.5 मिलीमीटर, कटौला में 44.3 मिलीमीटर, घमरूर में 42.8 मिलीमीटर, शिमला में 27.8 मिलीमीटर, सोलन में 19.0 मिलीमीटर, मंडी में 16.2 मिलीमीटर और चंबा में 14.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
दो दिन के लिए मूसलधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में 7 और 10 अगस्त को मूसलधार बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 8-9 और 11 से 13 अगस्त के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। अलर्ट के मद्देनजर लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
शिमला में जगह-जगह पेड़ ढहे, कई इलाकों में भूस्खलन से मकानों को खतरा
शिमला शहर में जारी बारिश से कई जगह पेड़ ढह गए हैं। इससे सड़क पर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में भूस्खलन का खतरा मंडरा गया है। सांगटी, कृष्णानगर, संजौली में बहुमंजिला भवन खतरे की जद में हैं। शिमला में यूएस क्लब के समीप मच्छी वाली कोठी के रास्ते में पेड़ गिर गया। एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है।
बारिश के बीच मलाणा के लोग हेलीपैड के लिए स्थल समतल करने में व्यस्त हैं
गांववासियों के लिए अब हेलिकॉप्टर ही एकमात्र विकल्प रह गया है। बुधवार को, मलाणा के लोग बड़ी संख्या में हेलीपैड के लिए स्थल को समतल करने में लगे रहे। यहां राशन का स्टॉक खत्म हो गया है और बिजली तथा पानी की आपूर्ति भी ठप है। 2500 की आबादी वाले मलाणा के निवासियों की समस्याएँ अभी भी बनी हुई हैं। मलाणा पंचायत के उप प्रधान रामजी ठाकुर ने बताया कि मलाणा के निकट हेलिकॉप्टर के उतरने के लिए हेलीपैड तैयार किया जा रहा है।
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