बच्चों को डिजिटल बनाने के लिए तैयार की गई स्मार्ट कक्षाएं

गाजियाबाद में सरकारी स्कूलों के बच्चों को डिजिटल शिक्षा देने के लिए स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की गई हैं। जिले के 103 स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं शुरू की गई हैं, जिससे अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी निजी स्कूलों की तरह डिजिटल माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। स्मार्ट कक्षाओं के लिए प्रत्येक स्कूल को दो लाख 80 हजार रुपये का बजट मिला था और इसके लिए तीन कंपनियों को टेंडर दिया गया था।
जिला समन्वयक प्रशिक्षण, अरविंद शर्मा ने बताया कि जिले के 446 स्कूलों में से छात्र नामांकन के आधार पर 103 स्कूलों का चयन किया गया था। सभी चयनित स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं लग चुकी हैं। इन कक्षाओं के संचालन के लिए पहले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और इसके बाद बच्चों की डिजिटल पढ़ाई शुरू होगी। स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई करने से बच्चों की रुचि और उत्साह बढ़ता है।
जिले के लगभग 75 स्कूलों में संपर्क फाउंडेशन द्वारा स्मार्ट कक्षाएं शुरू की गई हैं, जबकि 60 स्कूलों में एनजीओ और समाजसेवी संस्थाओं के जरिए स्मार्ट कक्षाएं पहले से चल रही हैं। कुल 446 स्कूलों में से आधे में स्मार्ट कक्षाएं स्थापित हैं, और बाकी स्कूलों में भी जल्द ही स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था करने के प्रयास जारी हैं।
स्मार्ट कक्षाओं में बच्चों के लिए डिजिटल पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। जल्द ही शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इससे बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी और सरकारी स्कूलों के बच्चे भी निजी स्कूलों की तरह डिजिटल पढ़ाई का लाभ उठा सकेंगे।
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