चाइल्ड लाइन ने बालिका वधू बनने से बचाया, नाबालिग की शादी रुकवाई

नोएडा। जिले में एक 17 साल की नाबालिग लड़की की शादी कुछ लोग 35 साल के युवक से कर रहे थे। जिसकी सूचना चाइल्डलाइन की टीम को मिली तो मौके पर पहुंची चाइल्डलाइन की टीम ने शादी रुकवा दी। शादी में किशोरी के पिता की ओर से 20 लोगों को ही निमंत्रण दिया गया था और शादी का खर्च भी पिता की आर्थिक तंगी की वजह से युवक के पक्ष की ओर से उठाया जा रहा था। जब चाइल्डलाइन की टीम ने बाल विवाह रुकवाया तो उनके परिवार वालों ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि उनकी बेटी की 18 साल उम्र नहीं हुई है और उन्हें इस कानून के बारे में भी जानकारी नहीं है।

चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक अदनान उस्मानी ने बताया कि एक नाबालिक किशोरी की शादी कराई जाने की जानकारी उन्हें मिली थी। जानकारी के आधार पर मौके पर पहुंची टीम ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि किशोरी का पिता सदरपुर का रहने वाला है। किशोरी के पिता ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जिसकी वजह से वह अपनी बेटी की शादी ज्यादा उम्र के युवक से कर रहा था। टीम को किशोरी के पिता ने यह भी बताया कि उनकी दो बेटियां हैं। जिसकी वजह से उन्हें दोनों बेटियों की शादी करने में दिक्कत आ रही है। जिस ज्यादा उम्र के युवक से वह अपनी बेटी की शादी कर रहे हैं उसके चार मकान है जिसके अच्छा खासा किराया भी आता है जिसकी वजह से उन्होंने शादी तय कर दी, ताकि उनकी बेटी परेशान ना रहे। कोतवाली सेक्टर-39 के प्रभारी निरीक्षण जितेंद्र सिंह का कहना है कि चाइल्ड हेल्पलाइन की सूचना पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने चाइल्ड लाइन की टीम के साथ मिलकर किशोरी की शादी रूकवाई है। पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला है कि किशोरी को जबरन दबाव बनाकर शादी के लिए तैयार किया गया था।

आठवीं पास है किशोरी
उधर चाइल्ड लाइन की टीम ने बताया कि किशोरी की जब काउंसलिंग कराई गई तो पता चला कि उसने आठवीं तक पढ़ाई की है और आधार कार्ड के अनुसार उसकी उम्र 18 साल अभी पूरी नहीं हुई। शादी रुकवाने वाली चाइल्ड लाइन की टीम में हेल्पलाइन से सुपरवाइजर रजनी सैनी, युवराज कुमार, केसवर्कर मनीष कुमार, थाना से चौकी प्रभारी संजीव कुमार और महिला कांस्टेबल ममता पवार गए थे।

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