गाजियाबाद : तीन लोगों से लाखों रुपए की साइबर ठगी

गाजियाबाद। जिले में साइबर ठगी की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बार तीन लोगों से साइबर ठगी की घटनाएं सामने आई है। तीनों ही मामलों में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि तीनों ही मामलों में जिन खातों में पीड़ितों से रकम ट्रांसफर कराई गई उन्हें सीज करके पीड़ितों की रकम वापस करने का प्रयास किया जा रहा है।
ठगी की पहली वारदात रामप्रस्थ के रहने वाले विकास खन्ना के साथ हुई है। विकास खन्ना ने साइबर क्राइम थाना पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उन्हें ट्रेनिंग और घर बैठे कमाई का लालच देकर शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने की जानकारी दी गई थी। धीरे-धीरे टास्क खरीदने को साइबर अपराधी उन्होंने प्रेरित किया और एक ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया। जिसके बाद सबसे पहला साइबर अपराधियों ने 50 हजार का इन्वेस्ट कराया, जिस पर 20 हजार का मुनाफा भी दर्शाया गया। जब विकास को पूरी तरह से भरोसा हो गया तब उन्होंने 54.70 लाख रुपए इन्वेस्ट के नाम पर ट्रांसफर कर दिए। जब विकास ने पैसे निकालने का प्रयास किया तब वह पैसे नहीं निकाल पाए और रकम उनसे मांगी गई। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम थाना पुलिस को सूचना देकर मुकदमा दर्ज कराया। ठगी की दूसरी घटना अमित के साथ हुई है अमित ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्हें घर बैठे कमाई का ऑफर देकर कमाई करने का तरीका बताया गया। साइबर अपराधी उन्होंने बताया कि वह ऑनलाइन काम करके हजारों रुपये कमा सकते हैं। शुरुआत में जब अमित ने काम किया तो उन्हें पैसे भी दिए गए। इसके बाद प्रीपेड टास्क देने की आरोपियों द्वारा बात की गई। ऐसा करके साइबर अपराधियों ने अमित से भी 13.84 लाख रुपए ठग लिए।
स्टॉक कंपटीशन का दिया झांसा
वहीं तीसरी ठगी की घटना प्रेम विहार खोड़ा कॉलोनी के रहने वाले मंजीत कुमार के साथ हुई है। मनजीत ने बताया कि उनके फोन पर एक अननोन नंबर से कॉल आई थी। कॉल पर उन्होंने उन्हें इंटरनेशनल स्टॉक कंपटीशन की बात बात कर अच्छा मुनाफा कमाने का भरोसा दिया गया और उनसे धीरे-धीरे 9.58 लाख रुपए ठग लिए गए। ठगी के तीनों मामलों में साइबर क्राइम थाना पुलिस जांच कर रही है जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दे रही।
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