गाजियाबाद। श्रीपंचजूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना के शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद ने प्रधानमंत्री को खून से पत्र लिखकर रजिस्टर्ड डाक से भेजा है। पत्र में शपथ ग्रहण के दौरान जम्मू में हिंदू तीर्थ यात्रियों की हत्या पर शोक जताया गया है। साथ ही अपील की गई है कि जिस तरीके से छोटा सा देश इजराइल अपने गौरव और स्वाभिमान के लिए लड़ता है उसे सीखने के लिए भारत के नेताओं को कुछ दिन के लिए वहां भेजा जाए।
यति नरसिंहानंद ने अपने शिष्य के खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है। साथ ही वीडियो जारी करके आम लोगों से अपील की जा रही है की सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक शेयर किया जाए। जिससे यह खत प्रधानमंत्री तक पहुंचे। महामण्डलेश्वर ने बताया कि उन्होंने खत में लिखा है सबसे पहले भारतवर्ष के प्रधानमंत्री के पद पर तीसरी बार आसीन होने पर बधाई दी है। साथ ही प्रधानमंत्री शपथ के दौरान जम्मू में हिंदू तीर्थ यात्रियों की हुई हत्या पर दुख व्यक्त किया है। महामंडलेश्वर ने बताया कि ऐसा इस देश में अक्सर होता है जब निर्दोष हिंदुओं की निर्मम हत्या की जाती है। सरकार के मंत्री ऐसे हादसों को कायरतापूर्ण बता कर निंदा कर लेते हैं।
स्वाभिमान की शिक्षा लें नेता
महामंडलेश्वर ने अपील की है की जातीय गौरव और स्वाभिमान की शिक्षा लेने के लिए भारत के नेताओं को कुछ दिनों के लिए किसी स्वाभिमानी देश में भेजा जाए जहां रहकर वह अपने लोगों की रक्षा और स्वाभिमान के लिए लड़ना भी सीख सके। महामंडलेश्वर के मुताबिक आज के समय में ऐसा सीखने के लिए इसराइल से अच्छा देश कोई नहीं हो सकता।
महामंडलेश्वर ने अपील की है की जातीय गौरव और स्वाभिमान की शिक्षा लेने के लिए भारत के नेताओं को कुछ दिनों के लिए किसी स्वाभिमानी देश में भेजा जाए जहां रहकर वह अपने लोगों की रक्षा और स्वाभिमान के लिए लड़ना भी सीख सके। महामंडलेश्वर के मुताबिक आज के समय में ऐसा सीखने के लिए इसराइल से अच्छा देश कोई नहीं हो सकता।